सीतामढ़ी: बिहार मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही कई परीक्षार्थियों को केंद्र से निराश होकर लौटना पड़ा। मात्र 2-3 मिनट की देरी ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया, क्योंकि परीक्षा केंद्रों के मुख्य द्वार समय पर बंद कर दिए गए थे।
देरी से पहुंचे छात्र-छात्राओं ने अधिकारियों से विनती की, लेकिन सख्त नियमों के कारण उन्हें एंट्री नहीं दी गई। कई केंद्रों पर छात्राएं रोने लगीं, कुछ बेहोश हो गईं, तो कुछ अधिकारियों से बहस करने लगीं। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को बुलाना पड़ा।
बोर्ड ने पहले ही सख्त निर्देश जारी किए थे कि देर से आने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा, लेकिन इसके बावजूद कई परीक्षार्थी समय पर नहीं पहुंच सके। अब इन छात्रों को अगले साल तक इंतजार करना होगा।