बिजली विभाग ने पकड़ी रिमोट वाली टेक्नीक
पटना। बिहार की राजधानी पटना में बिजली चोरी रोकने के लिए पेसू ने नई टीम बनाई है, लेकिन चोर स्मार्ट मीटर में भी चोरी करने के नए तरीके खोज रहे हैं। एक अक्टूबर को राजद ने स्मार्ट मीटर के विरोध में राज्यव्यापी धरना दिया। उधर प्रशांत किशोर ने भी अपनी पार्टी के एजेंडे में स्मार्ट मीटर को प्राथमिकता दी है। खैर, असल बात ये है कि पटना के कुछ बिजली चोरों ने स्मार्ट मीटर में भी जुगाड़ निकाल लिया है।
बिहार की राजधानी पटना में बिजली चोरी एक बड़ी समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिए बिजली कंपनी पेसू ने एक नई एसटीएफ टीम बनाई है। इस टीम का काम है कि शहर में बिजली चोरी करने वालों को पकड़ा जाए। हालाँकि, चोर भी कम चालाक नहीं हैं। वे स्मार्ट मीटर में भी चोरी करने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं।
पेसू की एसटीएफ टीम ने पिछले एक महीने में 10 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है और बिजली चोरी करने वालों को पकड़ा है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि चोर अब स्मार्ट मीटर में भी चोरी करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक स्थानीय अखबार के अनुसार एसटीएफ ने इस तकनीक को रिमोटिंग नाम दिया है। छापेमारी करने वाले अधिकारियों ने बताया कि बिजली चोर अब स्मार्ट मीटर में सेंसर लगाकर रिमोट के जरिये बिजली की चोरी कर रहे हैं।
पटना में हाल में 10 बिजली चोर पकड़े गए थे। इनमें से 6 लोग रिमोट से में से 6 इसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे थे। इस तकनीक से चोर स्मार्ट मीटर की रीडिंग को बदल देते हैं और बिजली की चोरी करते हैं। पिछले हफ्ते ही पेसू की एसटीएफ टीम ने दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर दो लोगों को बिजली चोरी करते हुए पकड़ा। इन दोनों पर क्रमशः 88,348 रुपये और 6,76,494 रुपये का जुर्माना लगाया गया।