अभिजीत पांडे
नई दिल्ली । लोकसभा के छठे चरण 25 मई को होनेवाले मतदान मे इस बार गांधी परिवार के मतदाता अपने ही पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में चाहते हुए भी वोट नहीं डाल पाएंगे। ऐसा पहली बार होगा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान नहीं कर पाएंगे।
गांधी परिवार के मतदाता और पार्टी के शीर्ष नेता कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट क्यों नहीं डाल पाएंगे। इसका जवाब यह है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली के मौलाना आजाद रोड स्थित निर्माण भवन बूथ पर वोट डालती हैं. राहुल गांधी औरंगजेब लेन स्थित अटल आदर्श विद्यालय, प्रियंका गांधी वाड्रा लोधी इस्टेट के अटल आदर्श विद्यालय और राबर्ट वाड्रा लोधी इस्टेट स्थित विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने बूथ पर मतदान करते आए हैं।
ये सभी बूथ नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में स्थित है।नई दिल्ली संसदीय सीट गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के कोटे में हैं। यही वजह है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा इस बार चाहते हुए भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट नहीं डाल पाएंगे।
वर्ष 1951 में नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का गठन हुआ था। अबतक कांग्रेस यहां सात बार चुनाव जीत चुकी है। 1952 से लेकर 2019 तक कांग्रेस ने यहां हर बार चुनाव लड़ा। पार्टी को सात बार यहां जीत मिली। 2004 और 2009 में अजय माकन यहां से चुने गए थे। इसके बाद 2014 और 2019 में मीनाक्षी लेखी ने यहां चुनाव जीता था।
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का दिल्ली से सूपड़ा साफ हो रहा है। पार्टी ने इसबार आप के साथ गठबंधन किया है। सात सीटों में से आप को 4 और कांग्रेस को तीन सीट मिली है।
राजधानी दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होने हैं। नतीजे 4 जून को आएंगे। दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही है। सात सीटों में से आप के पास चार सीटें, नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली आई है। वहीं, कांग्रेस के पास चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली आई है।