नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सिरफिरों से भी ज्यादा बड़ी गलती कर रहा है विपक्ष। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के चालू सत्र के आखिरी दिन बीजेपी संसदीय दल की बैठक में विपक्ष के रवैये पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने संसद में विपक्षी नेताओं की गतिवधियों पर कड़ी टिप्पणी की और कहा कि उनका काम संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले लड़कों से भी ज्यादा खराब है।
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह बौखलाहट और हताशा में गलती कर रहा है। सदन के अंदर आलोचना का जवाब मर्यादा में दिया जाना चाहिए। मोदी ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि विपक्ष मर्यादा की सीमारेखा लांघकर संसद में घुसे उन लड़कों से बड़ी गलती कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए मोदी ने कहा कि हम देश बनाने की सोच रहे हैं, वे सरकार उखाड़ने की सोच रहे हैं।
संसद की सुरक्षा में सेंध पर उठा सियासी बवंडर अब 92 सांसदों के निलंबन के संग्राम में बदल गया है। मंगलवार को संसद सत्र के आखिरी दिन 78 और सासंदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी सांसद जहां सुबह संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया, वहीं पीएम मोदी ने बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में विपक्ष पर सीधा हमला बोला।
ध्यान रहे कि संसद में विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं की भी बैठक हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया से कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह देशभर में दौरे कर रहे हैं लेकिन सदन में नहीं आ रहे। ये सदन की गरिमा का अपमान है… बहुत सारे सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा अध्यक्ष ने निलंबित किया है, देश के इतिहास में पहली बार इतने सांसदों को निलंबित किया गया है। लोगों को डराकर लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, ‘जिस तरीके संसद सदस्यों को निलंबित किया जा रहा है, उससे यह लगता नहीं है कि उनके दिमाग में विपक्ष का कोई औचित्य है… जो लोग कह रहे हैं कि इंडिया गठबंधन में दम नहीं रहा वे मूर्खों के स्वर्ग में रह रहे हैं।’