अभिजीत पाण्डेय
पटना। प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वे 15 अगस्त के बाद बिहार यात्रा पर निकलेंगे। इस यात्रा के दौरान उनकी योजना प्रत्येक विधानसभा पहुंचने की है।
तेजस्वी यादव राजद के 28वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए तेजस्वी यादव ने 15 अगस्त के बाद एक व्यापक बिहार यात्रा की घोषणा की, जिसका उद्देश्य जनता से जुड़ना और भाजपा-जेडीयू सरकार की विफलताओं को उजागर करना है।
तेजस्वी यादव ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच रहने का संदेश देते हुए कहा कि वे लोगों के दुख में हमेशा साथ खड़े रहें। पिछले विधानसभा चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इस लोकसभा चुनाव में भी राजद ने चार सीट पर जीत दर्ज की है। अगला बिहार विधानसभा चुनाव इस साल दिसंबर में हो जाए या अगले साल हो, राजद के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनेगी।
तेजस्वी ने पार्टी के वैसे नेताओं को चेतावनी दी जो इधर उधर करते हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में अगर हमें जीत हासिल करनी है तो कुछ कड़े फैसले लेने होंगे।इसके लिए बड़े नेताओं पर भी अनुशासन की तलवार चल सकती है जो इधर उधर करते हैं। उन्होंने संकेत दिए कि अगर राजद को अपना लक्ष्य पाने के लिए कुछ विधायकों का टिकट काटना पड़ेगा तो उससे भी पार्टी नहीं चूकेगी।
उन्होंने भाजपा और जदयू पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता इनसे ऊब चुकी है।
आज महंगाई चरम सीमा पर है, पुल गिर रहे हैं, कानून व्यवस्था की हालत बदतर है, पेपर लीक हो रहे हैं। लेकिन, सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। राजद जो कहती है, वह करती है। राजद ने कभी अपनी विचारधारा नहीं बदली। सभी दलों ने भाजपा से समझौता किया, राजद इकलौती पार्टी है, जिसने भाजपा से कभी समझौता नहीं किया। राजद अब ‘माई’ के साथ ‘बाप’ की भी पार्टी है।