चरण सिंह
आठ राज्यों की ५७ सीटों पर हुए अंतिम चरण के मतदान के बाद एग्जिट पोल में जो दिखाया गया उसके अनुसार बीजेपी को नुकसान होता दिखाई दे रहा है। देखने की बात यह है कि उत्तर प्रदेश में १३, बिहार में ८, पश्चिम बंगाल में ९, पंजाब में १३, उड़ीसा में छह, हिमाचल प्रदेश में ४ और चंडीगढ़ में एक सीटों पर हुए मतदान में यह बात प्रमुखता से निकल कर सामने आई कि भीषण गर्मी के बावजूद लोगों में मतदान का उत्साह देखने को मिला। बढ़ा हुआ मतदान बदलाव का संकेत माना जाता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि अंतिम चरण में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। अंतिम चरण में महत्वपूर्ण चुनाव उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में १३ सीटों पर हुआ मतदान रहा। दरअसल उत्तर प्रदेश की इन सीटों में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी की सीट भी है। नरेंद्र मोदी के सामने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय हैं। अजय राय २०१९ के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे। इन चुनाव में अजय राय इंङिया गठबंधन के प्रत्याशी हैं। मतलब समाजवादी पार्टी का वोटबैंक भी उनके साथ है। विपक्ष के नेता वाराणसी से प्रधानमंत्री को हराने की बात कर रहे हैं। एग्जिट पोल में भी बीजेपी को नुकसान दिखाई जा रहा है। मतलब संकेत बदलाव के हैं। सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के नेताओं को समझ लेना चाहिए कि देश को अप्रत्याशित जनादेश मिलने जा रहा है ।
गोरखपुर में भी योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी रवि किशन के सामने समाजवादी पार्टी काजल निषाद हैं। काजल निषाद जमीनी स्तर पर लोगों की लड़ाई लड़ती रही हैं। वह लोगों को दुख दर्द में शामिल होती रहती हैं पर यह सीट योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जुड़ी है। इसलिए योगी आदित्यनाथ इस सीट को हारने नहीं देंगे। हां घोसी और गाजीपुर के साथ ही बांसपुर सीट भी इंडिया गठबंधन की एकतरफा सीट मानी जा रही है। जिस तरह से इन सीटों पर देखने को मिल रहा है उसके आधार पर कहा जा सकता है कि १३ सीटों में से ७-८ सीटें इंडिया जीत सकता है। जहां तक बिहार की बात है तो बिहार में आठ सीटों में से २-३ सीटें एनडीए हार सकता है। २०१९ में ये सभी सीटें एनडीए जीता था। ३ जदयू तो ५ सीटें बीजेपी जीती थी। पश्चिमी बंगाल की ९ सीटों में से ५-६ सीटें बीजेपी जीत सकती है। उड़ीसा में बीजेपी की स्थिति ठीकठाक है। हिमाचल प्रदेश में ४ सीटों में से दो सीटें बीजेपी जीत सकती है।
पंजाब में १३ सीटों पर हुए मतदान में यह बात निकल कर सामने आ रही है कि ९-१० सीटें इंडिया गठबंधन को मिलेगी। चंडीगढ़ भी कांग्रेस ही जीत रही है। यदि कुल सीटों की बात करें तो एनडीए २४०-२५० सीटें जीतने जा रहा है। एनडीए के पूर्ण बहुमत मिलने के बाद ही मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। नहीं तो आरएसएस किसी और नेता को पीएम बनाया जा सकता है।