Shivsena के दो गुटों Uddhav Thackeray और Eknath Shinde ने Formally Election Commission के पास अपनी पसंद के तीन प्रतीकों और उनके लिए नामों की पेशकश की है। दरअसल Election Commission ने धनुष बाण प्रतीक चिन्ह को जब्त कर लिया था। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की और बताया कि दोनों गुटों द्वारा वैकल्पिक (Alternative) प्रतीकों व नामों को पेश किर दिया गया है।
Election Commission ने Upcoming by-election में Shivsena के नाम और चुनाव चिह्न ‘धनुष व बाण’ के इस्तेमाल पर अंतरिम रोक ला दी थी। आयोग ने कहा था कि Uddhav Thackeray व Eknath Shinde गुट, Shivsena के नाम व निशान का इस्तेमाल नहीं कर सकते है।
ये भी पढ़ें- Annual Festival : सम्मानित किये गए रवा राजपूत समाज के मेधावी छात्र छात्राएं
Shivsena ने Election Commission को सौंपी नाम और चिह्न की सूची
Election Commission द्वारा Party के नाम और चुनाव चिह्न पर रोक लगाने के एक दिन बाद Shivsena ने नामों और चुनाव चिह्नों की एक सूची सौंपी है। इस List में Shivsena (बालासाहेब ठाकरे), Shivsena (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और Shivsena (बालासाहेब प्रबोधनकर ठाकरे) नाम शामिल हैं। वहीं, चुनाव चिह्न के तौर पर त्रिशूल को सबसे ऊपर रखा गया है, उसके बाद उगते सूरज और फिर आखिर में मशाल को रखा गया है।
लेकिन ऐसा नहीं है कि बात यहीं खतम हो जाती है यहाँ सबसे अहम काम आता है Election Commission का क्योंकि अब वो इनका परीक्षण करेंगे। इसके तहत देखा जाएगा कि ये प्रतीक एक जैसे न हों और किसी अन्य दल द्वारा इसका इस्तेमाल न किया जा रहा हो। साथ ही पहले से जब्त किए गए प्रतीकों में ये शामिल न हों। 3 November को Andheri East Assembly by polls में Shivsena के दोनों गुटों पर Party के नाम और इसके चुनाव चिन्ह के इस्तेमाल पर शनिवार को Election Commission ने रोक लगा दी।
आपको ये भी बता दें कि Thackeray गुट द्वारा सुझाए गए चिह्न Election Commission के पास उपलब्ध 197 प्रतीकों की सूची में उपलब्ध नहीं हैं। अब ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि Election Commission किसी भी गुट को सूची से बाहर का चिह्न Allot करेगा या नहीं। रविवार शाम को Shinde Camp ने इस मुद्दे पर एक बैठक भी बुलाई थी और उसमे बोले कि ”असली अन्याय हमारे साथ किया गया है। हम असली Shivsena हैं क्योंकि हमारे पास बहुमत है। हम इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे। हम अब एक बैठक कर रहे हैं जिसमें हमारे नेता Eknath Shinde नाम और प्रतीक पर निर्णय लेंगे।”
ये भी पढ़ें- जल्द आ सकता है Karnataka Hijab प्रतिबंध पर Supreme Court का फैसला
– Ishita Tyagi