नई दिल्ली । दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी के गीतांजलि सभागार में नारायणी साहित्य अकादमी के तत्वावधान में विश्व स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित किया गया । जिसमें श्रीलंका से आई कौशल्या सुमाली लकसलानी जी को नामवर हिंदी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया,और पुरस्कार की नगद धनराशि के साथ पुरस्कृत किया गया।उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व द्वारा किए गए साहित्यिक कार्य एवं हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार में समर्पित जीवन बहुत ही संघर्षमय है । आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों को हिंदी सीखाने के लिए स्कूल चलाती हैं और अपनी संस्था*पद्यांजलि हिंदी निकेतन* द्वारा, भारतीय संस्कृति, परम्पराओं के साथ नृत्य, चित्रकारी आदि की शिक्षा भी देती है।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार सविता चढ्ढा जी एवं अकादमी की राष्ट्रीय अध्यक्षा पुष्पा सिंह विसेन एवं अन्य अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि में चंद्रकान्ता शिवाल, आमोद जी, आरिफ खान आदि की उपस्थिति रही। युवा रचनाकारों की पुस्तकों का लोकार्पण किया गया।पूनम बागड़ियां, ऋचा गौड़, प्रदीप सुमनाक्षर, दीपक शर्मा आदि की पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। निधी मानवी सउकंठआ कवयित्री की सरस्वती वंदना से काव्य पाठ का प्यारा सफ़र आरंभ हुआ। संचालिका राज रानी जी ने बहुत ही अच्छा संचालन द्वारा आयोजन को सफल बनाया।
नारायणी साहित्य अकादमी की युवा पीढ़ी का पूरा समूह बहुत ही कर्मठता से पूरा कार्यक्रम सहज बनाया। देवरिया से पधारे नागरी प्रचारिणी सभा के मंत्री अनिल त्रिपाठी जी ने अपनी गरिमामयी उपस्थित से आयोजन का मान बढ़ाया। डा.जनार्दन यादव ने श्रेष्ठ अतिथि कौशल्या सुमाली लकसलानी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि संजय गिरी ने अपने द्वारा बनाया गया वृत्त चित्र नारायणी साहित्य अकादमी की अध्यक्षा को भेंट किया। अकादमी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने सभी का आभार एवं धन्यवाद करते हुए समापन किया।