नई दिल्ली| केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को यहां के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में पहली बार राष्ट्रीय स्तर की खेलो इंडिया महिला हॉकी लीग (अंडर 21) का उद्घाटन किया। लीग में विजेताओं के लिए 30 लाख रुपये का नकद पुरस्कार है – एमवाईएएस से 15 लाख रुपये और हॉकी इंडिया से 15 लाख रुपये।
15 से 21 दिसंबर तक होने वाले टूर्नामेंट के पहले चरण में कुल 14 टीमें भाग ले रही हैं। पहले चरण में 42 मैच खेले जाएंगे, जबकि दूसरे और तीसरे चरण के मुकाबले अगले साल की शुरुआत में खेले जाएंगे।
भारतीय खेल प्राधिकरण और हॉकी इंडिया को संयुक्त रूप से पहली बार राष्ट्रीय स्तर की ‘खेलो इंडिया लीग’ के आयोजन के लिए बधाई देते हुए ठाकुर ने लीग के महत्व पर रोशनी डाली और कहा, “हमारे सभी एथलीट पूरे वर्ष के दौरान बहुत कठिन प्रशिक्षण लेते हैं, क्योंकि अगर उन्हें भविष्य में बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए खुद को तैयार करना है तो यह उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए इस तरह की लीग, जो पूरे साल एथलीटों को प्रतिस्पर्धा का अनुभव देती है, महत्वपूर्ण है।”
ठाकुर ने कहा कि आगे चलकर अन्य खेल विधाओं के लिए भी लीग आयोजित की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि 2015 के बाद ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित होने वाला यह पहला बड़ा कार्यक्रम है। उन्होंने प्रतिष्ठित स्थल पर खिलाड़ियों का स्वागत किया।
ठाकुर के साथ युवा मामले और खेल राज्यमंत्री निशीथ प्रमाणिक और भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा व अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
प्रमाणिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहा, “मोदी जी के नेतृत्व में हम इस लीग के माध्यम से चीयर 4 इंडिया के अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। मेरा मानना है कि ऐसे कई युवा खिलाड़ी हैं जो यह सुनिश्चित करेंगे कि खेल के मैदान में हमारा झंडा हमेशा ऊंचा रहेगा।”
आईओए प्रमुख बत्रा ने कहा कि हॉकी को भारत के हर हिस्से में ले जाने के मामले में यह लीग चमत्कार करेगी।
बत्रा ने कहा, “मेरा मानना है कि यह एक बड़ी पहल है। पिछले 5-6 वर्षो में लीग को साई और युवा मामले और खेल मंत्रालय का बहुत बड़ा समर्थन रहा है और इस सकारात्मक रवैये ने इस साल ओलंपिक में हॉकी के लिए बहुत अच्छा परिणाम हासिल करने में मदद की है।