1 अप्रैल से 35 पैसे यूनिट सस्ती होगी बिजली
पटना। पटना समेत पूरे बिहार के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी नए साल में बड़ी सौगात देने जा रही है। बताया जा रहा है कि नए वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल 2025 से स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए बिजली 25 पैसे प्रति यूनिट सस्ती होने वाली है। बताया जा रहा है कि साउथ और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने 1 अप्रैल से स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं के लिए 25 पैसे प्रति यूनिट सस्ती बिजली देने का प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव पर जनसुनवाई खरमास समाप्त होने के बाद होगी। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने कृषि और व्यावसायिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए कई प्रस्ताव दिए हैं। इनमें फैक्टर सरचार्ज समाप्त करने और स्वीकृत भार से अधिक खपत पर जुर्माना नहीं लगाने का प्रावधान शामिल है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के 10 किलोवाट से अधिक लोड वाले उपभोक्ताओं को टाइम ऑफ डे (टीओडी) टैरिफ का लाभ मिलेगा। वहीं, ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं को स्लैब सिस्टम से राहत दी जाएगी। बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, एचटीएसएस (औद्योगिक) श्रेणी को छोड़कर किसी भी श्रेणी में बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव नहीं है। नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ग्रीन टैरिफ का प्रस्ताव भी दिया गया है, जिसमें प्रति यूनिट 1।17 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना होगा। इस बीच, सोमवार को बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी, स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर, और पावर ग्रिड कंपनी के पक्षों को सुनने के बाद केस स्वीकार कर लिया। इन प्रस्तावों पर 19 फरवरी को आयोग के कोर्ट रूम में अंतिम जनसुनवाई होगी। स्मार्ट मीटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो बिजली की खपत, वोल्टेज, करंट, और पावर फैक्टर जैसी जानकारी को रिकॉर्ड करता है। यह जानकारी, उपभोक्ता और बिजली आपूर्तिकर्ता के बीच दो-तरफ़ा संचार के ज़रिए शेयर की जाती है। स्मार्ट मीटर से जुड़ी कुछ खास बातें- स्मार्ट मीटर बिजली की खपत की जानकारी वास्तविक समय में देता है। इससे उपभोक्ता अपनी खपत पर नज़र रख सकते हैं और ऊर्जा की बचत कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी रोकने में मदद मिलती है। स्मार्ट मीटर में लोड मैनेजमेंट की सुविधा होती है। ज़्यादा बिजली खपत होने पर, स्मार्ट मीटर उपभोक्ता को अलर्ट कर देता है। स्मार्ट मीटर की मदद से बिजली बिल की स्वचालित गणना होती है, जिससे त्रुटि की संभावना कम हो जाती है। स्मार्ट मीटर से बिजली कटौती की जानकारी पहले से मिल जाती है।