पूर्व मंत्री और सपा विधायक शिवपाल यादव ने विधानसभा में सत्तापक्ष के नेताओं को समाजवाद का पाठ पढ़ा दिया। सत्तापक्ष के समाजवादी की जरूरत न होने की बात करने पर शिवपाल यादव ने संविधान की प्रस्तावन में समाजवाद पर जोर देना लिखा होने और सरदार भगत सिंह, डॉ. राम मनोहर लोहिया, आचार्य नरेन्द्र देव और लोकनारायण जयप्रकाश जैसे समाजवादियों के संघर्ष की चर्चा करते हुए शिवपाल यादव ने समाजवाद पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि यह कहना कि समाजवाद की जरूरत नहीं है यह संविधान विरोधी शब्द है। सत्तापक्ष को इस तरह के शब्दों से बचना चाहिए। उत्तर प्रदेश के किसानों की हालत दयनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि किसानों पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। उनकी फसल की सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं हो रही है। उन्होंने टुल्लू को सिंचाई के लिए अपर्याप्त बताते हुए कहा कि किसानों की फसल को बचाने के लिए सिंचाई पर जोर देते हुए शिवपाल यादव कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है। किसानों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।