द न्यूज 15
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजनीति में आज की तारीख में प्रगतिशील समाजवाद पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव के भतीजे से नाराज होकर योगी आदित्य नाथ योगी से मिलने की खबर चर्चा में है। शिवपाल यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकलों का बाजार भी गर्म है। केशव प्रसाद मौर्य अभी कोई वैकेंसी नहीं है, कहने पर भले ही दूसरे आशय के रूप में लिया जा रहा हो पर बीजेपी और शिवपाल यादव की बीच खिचड़ी पक रही है। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी शिवपाल यादव को अपनी पार्टी में रहते हुए ही मदद करेगी। शिवपाल यादव भी अपनी पार्टी में ही अपना और अपने बेटे का वजूद बनाना चाहते हैं।
शिवपाल यादव ने गुरुवार को प्रसपा नेताओं के साथ बैठक में बड़ी लड़ाई लड़ने की बात ऐसे ही नहीं कही है। सूत्रों के अनुसार शिवपाल यादव ने तय कर लिया है कि अब किस भी हालत में अखिलेश यादव के साथ नहीं रहना है। अखिलेश यादव के उनको मात्र एक सीट पर ही चुनाव लड़ने के लिए देने से वह उनसे पहले से ही नाराज हैं। इस बात की पीड़ा वह कई मौके पर व्यक्त कर चुके हैं। वैसे भी प्रसपा के नेता और कार्यकर्ता अखिलेश यादव के इस तरह से अपमानित करने से आक्रोशित हैं। ऐसा माना जा रहा है कि शिवपाल यादव बहुत जल्द अगले कदम का ऐलान करने वाले हैं।
शिवपाल यादव ने गुरुवार को प्रसपा नेताओं के साथ बैठक में बड़ी लड़ाई लड़ने की बात ऐसे ही नहीं कही है। सूत्रों के अनुसार शिवपाल यादव ने तय कर लिया है कि अब किस भी हालत में अखिलेश यादव के साथ नहीं रहना है। अखिलेश यादव के उनको मात्र एक सीट पर ही चुनाव लड़ने के लिए देने से वह उनसे पहले से ही नाराज हैं। इस बात की पीड़ा वह कई मौके पर व्यक्त कर चुके हैं। वैसे भी प्रसपा के नेता और कार्यकर्ता अखिलेश यादव के इस तरह से अपमानित करने से आक्रोशित हैं। ऐसा माना जा रहा है कि शिवपाल यादव बहुत जल्द अगले कदम का ऐलान करने वाले हैं।
उनकी नाराजगी की बड़ी वजह यह भी है क्योंकि मुलायम सिंह यादव ने भी उन्हें अपने हित में फैसला लेने की छूट दे दी है। ऐसे खबर निकलकर बाहर आ रही है कि नेताजी को भी इस बात का मलाल है कि उनके साथ पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करने वाले शिवपाल यादव को आज पार्टी में पूछा नहीं जा रहा है।