Satya Pal Malik’s Rebellion : अब प्रधानमंत्री की ड्रीम अग्निपथ योजना के विरोध में आक्रामक हुए मेघालय के राज्यपाल
Satya Pal Malik’s Rebellion : मेघालय के राज्यपाल Satya Pal Malik लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टेंशन बनते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जो भी योजना लाते हैं वह विरोध करने लगते है। यह Satya Pal Malik’s Rebellion ही है कि कि Satya Pal Malik विपक्ष की भूमिका में नजर आ रहे हैं। कभी किसानों को लेकर तो कभी सरकार की तानाशाही को लेकर वह मोदी सरकार को घेरते रहते हैं। अब उन्होंने Agneepath Scheme को लेकर केंद्र सरकार को को टारगेट किया है। सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक बार फिर अग्निपथ योजना को वापस लेने की अपील की है।
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अग्निपथ योजना को लेकर Satya Pal Malik ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही Agneepath Scheme ठीक करो। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर फौज में असंतुष्ट लड़के जाएंगे तो उनके हाथ में राइफल होगी, उसकी कोई दिशा होगी ? पता नहीं किधर चल जाए ? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बहुत घमंड में है हो सकता है कि उनके इस बयान की कीमत चुकानी पड़े। पर वह इससे डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह तो जेब में इस्तीफा लेकर घूमते हंै जब प्रधानमंत्री उनसे इस्तीफा चाहे ले सकते हैं।
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दरअसल Satya Pal Malik ने ये सब बातें एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कही हंै। उन्होंने कहा कि यदि किसानों के बारे में उनकी बात मानी होती तो वह केंद्र सरकार के पक्ष में जाती और किसान आंदोलन भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में 700 किसान मरे हैं और प्रधानमंत्री ने कोई शोक संदेश भी नहीं भेजा। बाद में माफी मांगकर बिल वापस ले लिया। मैंने हमेशा इनके पक्ष में बोला है और अब भी बोल रहा हूं। उन्होंने कहा कि जब पहली बार उन्होंने बोला था जब से उनका Resignation in Pocket रहता है। जिस दिन मोदी की तरफ से इशारा मिल जाएगा, उन्हें हटना नहीं पड़ेगा। बस वह इतना बोल दें कि मैं आपके साथ असहज महसूस कर रहा हूं। मैं उसी दिन छोड़कर चला जाऊंगा।
Satya Pal Malik ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहते हुए हुए भी अंबानी और राम माधव पर आरोप लगाये थे। उन्होंने इसको लेकर कहा था कि उन्होंने इस बारे में पीएम को भी बताया था वह नाराज नहीं हुए बल्कि उन्होंने उन्हें सपोर्ट किया और कहा कि वह समझौता न करें। यह Satya Pal Malik’s Rebellion ही थी कि सत्यपाल मलिक ने कहा कि उस डील में उनके अपने लोग शामिल थे। उस डील में राम माधव और अंबानी शामिल थे और फाइल पास करने के लिए डेढ़ सौ करोड़ का ऑफर दिया गया था।