सहारा और दूसरी ठगी कंपनियों के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा जप तप
ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार यानि की जप तप 14 मार्च को देशभर के सभी डीएम कार्यालयों का घेराव करने जा रहा है। यह घेराव कार्यक्रम उन जिलाधिकारियों के खिलाफ किया जा रहा है जो निवेशकों को भुगतान दिलाने के लिए बनाये गए बड्स एक्ट का उल्लंघन कर रहे हैं। इस घेराव कार्यक्रम को संगठन के राष्ट्रीय संयोजक मदन लाल आज़ाद ने मंगल में दंगल का नाम दिया है। दरअसल ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने गत 21 फरवरी को प्रयागराज में बड्स एक्ट के तहत बड़ी लड़ाई लड़ने की रणनीति बनाने के लिए जो सम्मेलन किया था, उसकी सफलता से संगठन के कार्यकर्ता बहुत उत्साहित हैं। ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के कार्यकर्ता अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गये हैं। प्रयागराज के कार्यक्रम में ही मदन लाल आज़ाद ने बड्स एक्ट का उल्लंघन न करने वाले अधिकारियों को दंड दिलाने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि बड्स एक्ट का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों को दंड दिए बिना यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती है। 14 मार्च से पहल 28 फरवरी को मदन लाल आज़ाद की यात्रा राजस्थान पहुंच रही है।
आज की तारीख में मदन लाल आज़ाद सहारा इंडिया के साथ ही दूसरी ठगी कंपनियों के खिलाफ राजस्थान में मोर्चा खोला खोले हुए हैं। 14 मार्च के डीएम घेराव कार्यक्रम को लेकर मदन लाल आज़ाद ने कहा है कि जो जिलाधिकारी बड्स एक्ट का उल्लंघन कर रहे हैं उन्हें उनका संगठन जेल भिजवाने का काम करेगा। या तो 14 तारीख से पहले वे सुधर जाएं नहीं तो उन्हें उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा है कि चाहे सहारा इंडिया का मामला हो या फिर दूसरी ठगी कंपनियां का, सभी को निवेशकों का भुगतान करना ही होगा। उनका कहना था कि अब चाहे कंपनियां हों, केंद्र सरकार हो या फिर राज्यों की सरकारें सभी को निवेशकों का भुगतान कराना ही होगा।
मदन लाल आजाद का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि 23 मार्च शहीदी दिवस तक सभी निवेशकों के भुगतान दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यदि 23 मार्च शहीदी दिवस तक सभी का भुगतान नहीं होता है तो शहीदी दिवस को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर बैठ कर केंद्र सरकार से हिसाब लिया जाएगा। उनका दावा है कि जहां 14 मार्च को देशभर में करोड़ों निवेशक विभिन्न जिलाधिकारियों के कार्यालयों का घेराव करेंगे वहीं 23 मार्च शहीदी दिवस पर कर्तव्य पथ पर 20 लाख से ज्यादा निवेशक जुटेंगे। मदन लाल आजाद का कहना था कि यदि केंद्र सरकार क्रांति ही चाहती है तो फिर दिल्ली कर्तव्यपथ पर क्रांति ही कर दी जाएगी।
मदन लाल आज़ाद ने ऐलान कर दिया है कि देश में भ्रष्ट नेताओं और भ्रष्ट ब्यूरोक्रेट्स को टिकने नहीं दिया जाएगा। उनका कहना था कि सभी नेता और ब्यूरोक्रेट्स जानते हैं कि देश में जिस दिन 40 करोड़ ठगी पीड़ित खड़े हो गये तो उनकी क्या हालत होगी। इसलिए कोई नहीं चाहेगा कि देश में क्रांति हो। कोई नहीं चाहेगा कि 40 करोड़ लोग बगावत करें। लाखों करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के लिए उन्होंने जहां कंपनियों की संपत्ति नीलाम करने की बात कही है वहीं यह भी कहा है कि देश में जिस तरह से किसी आपदा पर एक बड़ा पैकेज घोषित किया जाता है ऐसे ही ठगी कंपनियों के पीड़ित निवेशकों के लिए कोई बड़ा पैकेज घोषित किया जाए। या तो राज्य सरकारें अपने स्तर से वह पैसा दें। नहीं तो केंद्र सरकार सभी राज्यों के निवेशकों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करे।
दरअसल मदन लाल आज़ाद ठगी कंपनियों के खिलाफ निवेशकों का भुगतान कराने के लिए दूसरी भारत यात्रा पर हैं। वैसे तो वह बिहार, उत्तराखंड, झारखंड और उड़ीसा तक में निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे हैं पर उत्तर प्रदेश और राजस्थान में तो उनका कार्यक्रम युद्धस्तर पर चल रहा है। वैसे तो देशभर में हजारों पदाधिकारी उनके कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं पर सगठन के राष्ट्रीय महासचिव रमेश सिंह उनका दाहिना हाथ और उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष एस.डी. विश्वकर्मा बायां हाथ बने हुए हैं।