ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुआ आंदोलन
सहारा भुगतान के लिए दिल्ली रामलीला मैदान में ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले निवेशकों ने प्रदर्शन किया। रामलीला मैदान में जनसभा करने के बाद सहारा निवेशकों सीआरसी कार्यालय को घेरने के लिए कूच किया। सहारा निवेशक सीआरसी कार्यालय पहुंच भी नहीं पाये थे कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और बसों में भरकर उन्हें बवाना थाने में लेकर जाकर बैठा दिया। बताया जा रहा है कि लगभग शाम को साढ़े सात बजे सहारा निवेशकों को छोड़ा गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सहारा के ठग सुब्रत राय, ओपी श्रीवास्तव समेत दूसरे निदेशकों ने देश के हर तीसरे आदमी को ठगा है। सुब्रत राय के निधन के बाद सहारा की संपत्ति बेची जा रही है पर निवेशकों का भुगतान नहीं हो रहा है। प्रदर्शन में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने सहार रिफंड पोर्टल लांच तो कर दिया पर निवेशकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। प्रदर्शन में यह बात निकलकर सामने आई कि लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार पर इतना दबाव बना दिया जाए सहारा निवेशकों का भुगतान हो जाए। वक्ताओं का मानना था कि लोकसभा चुनाव से पहले यदि भुगतान हो जाता है तो ठीक नहीं तो भुगतान होना मुश्किल है। दरअसल सुब्रत राय के निधन के बाद केंद्र सरकार ही सहारा निवेशकों का भुगतान करा सकती है। सहारा का मामला दूसरे ठगी कंपनियों से अलग है। सहारा के मामले में सेबी, सुप्रीम कोर्ट, विभिन्न राज्यों की की सरकारें पटना और दिल्ली हाईकोर्ट भी सक्रिय है। इसे विडंबना ही कहा जाएगा इन सबके बाजवूद सहारा निवेशकों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि लगभग ५००० सहारा एजेंटों ने भुगतान न होने की स्थिति में आत्महत्या भी कर ली है। सत्तापक्ष के साथ ही विपक्ष भी सहारा निवेशकों के भुगतान में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहा है। यह मामला विभिन्न विधानसभाओं के साथ ही लोकसभा में उठ गया है।
प्रदर्शन में सहारा निवेशकों ने सहारा प्रबंधन और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। प्रदर्शन में मुख्य रूप से संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला, महासचिव नीरज शर्मा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संसार सिंह, बिहार के अध्यक्ष मोहत कुमार, मध्य प्रदेश के प्रभारी सतीश चतुर्वेदी, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती मिश्रा, नौशाद अली के साथ ही बड़े स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ ही सहारा निवेशक मौजूद थे।