नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद होंगे मुख्य अतिथि, विशेष अतिथि होंगी कांग्रेस दिल्ली की प्रदेश अध्यक्ष डा. बबीता
नई दिल्ली। ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा ने सहारा निवेशकों के भुगतान के लिए फिर से हुंकार भरी है। 6 अगस्त को दिल्ली जंतर मंतर पर ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के बैनर तले बड़ी संख्या में निवेशक आंदोलन करने दिल्ली आ रहे हैं। मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला का कहना है कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद आएंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उन्होंने दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. बबीता के आने की बात कही है।
दरअसल पिछले दिनों आपस में उलझे संगठनों ने मामला लंबा खिंचने से सबक लिया और अब फिर से ये संगठन एकजुट होने की बात करने लगे हैं। संगठन की ओर से दावा किया जा रहा है कि 6 अगस्त को होने वाले इस आंदोलन में भेदभाव भुलाकर सभी संगठनों के कार्यकर्ता शिरकत करने जा रहे हैं। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि अब यह लड़ाई आर-पार की होगी। जंतर मंतर पर होने वाले इस आंदोलन को लेकर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला ने उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद स्थित अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता की। इस पत्रकार वार्ता में अभय देव शुक्ला ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के सारे दावे झूठे निकले हैं।
पत्रकार से बात करते हुए अभय देव शुक्ला ने ऐलान किया कि जंतर मंतर पर सहारा पीड़ित अर्धनग्न प्रदर्शन करेंगे। अभय देव शुक्ला का कहना है कि केंद्र सरकार और सहारा प्रबंधन दोनों ही निवेशकों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग सहारा-सेबी में जमा धन को हड़पना चाहते हैं। उन्होंने सहारा अधिकारियों और सरकार की सांठगांठ होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और पंजाब समेत देश के कई राज्यों से हजारों की संख्या दिल्ली पहुंच रहे हैं। अभय देव शुक्ला ने आरोप लगाया कि अमित शाह और सहारा के अधिकारी मिलकर सहारा की संपत्ति की खरीद-फरोख्त करा रहे हैं। उन्होंने सरकार पर सवाल खड़ा किया कि 3000 मुकदमे दर्ज होने के बाद भी सहारा अधिकारियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं की जा रही है।
दरअसल सहारा निवेशकों के भुगतान के लिए देशभर में तमाम आंदोलन हुए। सहारा के डायरेक्टरों के खिलाफ तमाम एफआईआर दर्ज की गईं। कितनी याचिकाएं अदालत में दायर की गईं। गृहमंत्री अमित शाह ने सहारा रिफंड पोर्टल भी लांच किया। सब कुछ हुआ पर निवेशकों का भुगतान नहीं हो पाया। इसमें दो राय नहीं कि ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा, ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार, ठगी पीड़ितों की आवाज, अखिल भारतीय जन कल्याण मंच, विश्व भारती जन सेवा संस्थान समेत कई संगठन सहारा निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे हैं। दिल्ली जंतर मंतर-रामलीला मैदान समेत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, बिहार की राजधानी पटना, झारखंड की राजधानी रांची, राजस्थान की राजधानी जयपुर, मध्य प्रदेश प्रदेश की राजधानी भोपाल, उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के साथ विभिन्न शहरों में धरना-प्रदर्शन किया गया पर किसी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
बताया जा रहा है कि लगभग ७ हजार सहारा निवेशकों ने पैसा न मिलने के चलते आत्महत्या कर ली पर सहारा के किसी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जाता है कि सहारा लगभग सभी पार्टियों को चंदा देता है। इसलिए सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के नेता भी निवेशकों का साथ नहीं दे रहे हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के साथ सुब्रत राय के पारिवारिक संबंध बताये जाते थे। सुब्रत राय का बॉलीवुड, खेल हस्तियों और राजनेताओं के साथ अच्छे खासे संबंध रहे हैं। भले आज की तारीख में सुब्रत राय और अमर सिंह दुनिया में न हों पर किसी समय दोनों की जुगलबंदी की चर्चा देशभर में होती थी। चाहे अमिताभ बच्चन हों, कपिल देव हों, सचिन तेंदुलकर हों या फिर दूसरी हस्तियां, सभी से सुब्रत राय के अच्छे-खासे रिश्ते रहे हैं। वह बात दूसरी है कि जिन निवेशकों के पैसों के बल पर सुब्रत राय ने अपना रुतबा हासिल किया था। ये निवेशक आज की तारीख में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।