राजगीर। सनातन धर्म में फाल्गुन के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी युक्त चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व आठ मार्च शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस मौके पर राजगीर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के शिवालयों में हवन पूजन के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। राजगीर थाना में महाशिवरात्रि के भव्य कार्यक्रम आयोजन की तैयारी चल रही है। इस मौके पर शिव बारात की अलौकिक शोभायात्रा भी निकल जाएगी। इसकी तैयारी अभी से थाना द्वाराजोर-जोर से की जा रही है ।
आठ मार्च को मनाए जाने वाले महाशिवरात्रि पर्व को लेकर गढ़ महादेव मंदिर, अभिनव वैद्यनाथ महादेव मंदिर, थानेश्वर शिव मंदिर, द्वापर कालीन बाबा सिद्धनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है। ज्योतिषाचार्य डाॅ मिथिलेश पाण्डेय ने बताया कि इस साल महाशिवरात्रि के दिन सभी मनोकामनाओं को सिद्ध करने वाले सर्व सिद्धि योग के साथ ज्ञान एवं मंत्र जाप के लिए उत्तम शिवयोग का दुर्लभ संजोग बन रहा है। महाशिवरात्रि पर शिव योग पूरे दिन रहेगा। सूर्योदय से लेकर आधी रात तक शिवयोग रहेगा। वैदिक पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि सर्वार्थ सिद्धि योग में पड़ने के कारण सर्वाधिक शुभ संयोग वाली है। उस दिन शिव पूजा के लिए स्वार्थ सिद्धि योग के साथ शिवयोग व श्रवण नक्षत्र का भी अद्भुत संजोग बन रहा है।
शिवलिंग पर जलाभिषेक का है विशेष महत्व
पौराणिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिव जी अग्नि ज्योर्तिलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। पुराणों में भी भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह संबंधित कथा का उल्लेख किया गया है। जिसमें शिव पार्वती का विवाह महाशिवरात्रि के दिन ही संपन्न हुआ था। इस बार महाशिवरात्रि पर्व पर राजगीर और आसपास के प्राचीन महादेव मंदिरों बाबा सिद्धनाथ मंदिर, गढ़ महादेव मंदिर, अभिनव वैद्यनाथ महादेव मंदिर, थाना में थानेश्वर शिव मंदिर एवं अन्य मंदिरों में महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक व हवन पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
पर्यटक शहर में निकलती है भव्य शिव बारात
महाशिवरात्रि पर्व पर हर साल की तरह इस बार भी राजगीर थाना द्वारा शहर में भगवान शिव की भव्य बारात धूमधाम से निकल जाएगी। इसकी तैयारी जोर शोर से की जा रही है। यह शोभायात्रा थाना से निकलकर हॉस्पिटल मोड, धर्मशाला रोड, पटेल चौक, बस स्टैंड होते हुये पुनः थाना वापस आती है। इस शिव बारात में दर्जनों डीजे, घोड़े, रथ, टमटम, ई रिक्शा से राजगीर की सड़कें गुलजार होती है। इस शोभायात्रा में भूत प्रेत के प्रतीकात्मक रूप सहित विभिन्न देवताओं की झांकियां समेत काफी संख्या में आम से खास लोग तक शामिल होते हैं। धार्मिक प्रतिष्ठानों के संत महंत के अलावे पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। इस दिन कुछ लोग गंगा स्नान के किए जाते हैं तो कुछ लोग यहां के लोग गर्म जल के कुंडों खासकर ब्रह्मकुंड में हजारों की संख्या में स्नान कर गंगा की तरह पुण्य लाभ लेते हैं।