शिमला। हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट के बीच कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर सामने आ रहा है। हिमाचल सरकार कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी के 15 विधायक सस्पेंड कर दिए हैं।
शिमला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विक्रमादित्य ने कहा कि मैंने पार्टी का हमेशा साथ दिया है। मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है। मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित करने का काम किया गया है, जिस तरह के संदेश विभाग में भेजे जाते हैं, हमें कमजोर करने की कोशिश की गई। सरकार सभी के सामूहिक प्रयास से बनी थी। मैं किसी भी दबाव में नहीं आने वाला। विधायकों के साथ कहीं न कहीं अनदेखी हुई है, विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश की गई है जिसके कारण हम आज इस कगार पर खड़े हैं। लगातार इन विषयों को पार्टी नेतृत्व के समक्ष भी उठाया गया है, लेकिन उसका जिस तरह से सरोकार लेना चाहिए था, वो नहीं लिया गया।
सही का समर्थन और गलत का विरोध करूंगा’
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मैं सीएम का सम्मान करता हूं। लेकिन मंत्रियों में कॉर्डिनेशन होना चाहिए। हाल ही में मेरे विभाग के अफसरों को नोटिस भेजे गए हैं। यह जानबूझकर किया गया है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मुझे दबाने की कोशिश की गई है। मैं किसी दबाव में नहीं हूं। मैं सही का समर्थन और गलत का विरोध करूंगा। मैं इसी राह पर आगे चलूंगा। हमारी हस्ती मिटाने की अगर कोशिश होगी, तो यह सहन नहीं होगा।
बीजेपी में जा सकते हैं विक्रमादित्य सिंह
सूत्रों की मानें तो विक्रमादित्य सिंह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। विक्रमादित्य सिंह पिछले काफी समय से सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से नाराज चल रहे थे। उनसे पिछले दिनों एक मंत्री पद भी छीन लिया गया था। वहीं विक्रमादित्य अक्सर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करते आ रहे थे। राम मंदिर के मुद्दे में भी उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की थी। वहीं वो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भी शामिल हुए थे।
विधानसभा में हंगामा हिमाचल में मचे इस सियासी संकट के बीच विधासनसभा के स्पीकर ने बीजेपी के 15 विधायकों को सस्पेंड कर दिया है। सदन से सस्पेंड किए गए विधायकों में पूर्व सीएम जयराम ठाकुर भी शामिल हैं। स्पीकर कुलदीप पठानिया ने सदन की कार्यवाही के दौरान उनके साथ बदसलूकी और गाली गलौज का आरोप लगाते हुए इन बीजेपी विधायकों को सस्पेंड कर दिया।