नई दिल्ली| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने रोज वैली चिटफंड घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया और लगभग 1 करोड़ रुपये मूल्य के वाहन बरामद किए हैं।
वित्तीय जांच एजेंसी ने कहा कि वह मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत कंपनी के तत्कालीन अध्यक्ष और निदेशक गौतम कुंडू के साथ-साथ अन्य व्यक्तियों के खिलाफ चिटफंड मामले में बड़े पैमाने पर जनता को धोखा देने के मामले की जांच कर रही है।
एक विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए बुधवार को ईडी द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया और सात वाहनों को जब्त किया गया, जिसमें 2 महिंद्रा बोलेरो, 1 होंडा सिटी, 1 टोयोटा इनोवा, 1 टाटा इंडिका, 1 हुंडई वरना और 1 महिंद्रा एक्सयूवी शामिल हैं। इन सभी कारों की अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ रुपये है।
ईडी ने कहा कि इन वाहनों को प्रोसीड्स ऑफ क्राइम (पीओसी) से रोज वैली ग्रुप की कंपनियों द्वारा अधिग्रहित किया गया था।
एजेंसी ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा रोज वैली ग्रुप ऑफ कंपनीज, इसके तत्कालीन अध्यक्ष गौतम कुंडू और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है।
प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया था कि इन समूह कंपनियों ने फर्जी और काल्पनिक योजनाएं चलाकर आम भोली-भाली जनता से भारी मात्रा में धन एकत्र किया और इसके बाद लोगों को उनका पैसा नहीं लौटाया गया।
कुल पीओसी 6,666 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें से ईडी पहले ही 1,103.71 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क और जब्त कर चुकी है।
ईडी ने इस साल फरवरी के महीने में अरुण मुखर्जी को भी दोषी करार दिया था।
मामले में आगे की जांच जारी है।