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रामनवमी हिंसा: आरोपियों के घरों पर चला बुलडोजर, गई कई की नौकरी

द न्यूज 15 
खरगोन । उत्तर प्रदेश में तो शासन और प्रशासन बुलडोजर का इस्तेमाल कर ही रहा है अब मध्य प्रदेश में भी बुलडोजर ने अपना खेल खेलना शुरू कर दिया है। शिवराज सरकार राम नवमी पर हिंसा फैलाने वाले लोगों पर सख्त हो गई है। मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। दंगाईयों के मकानों को बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है। शहर के संवेदनशील छोटी मोहन टाकीज क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में मकानों को तोड़ा गया है।
रविवार को हुए दंगे के बाद सोमवार को दंगाईयों के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई है।  शहर के संवेदनशील छोटी मोहन टाकीज क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में मकानों को तोड़ा जा रहा है। दरअसल रविवार को रामनवमी पर शोभायात्रा निकालने के दौरान सांप्रदायिक विवाद हो गया था, जिसमें दंगाईयो ने पथराव, आगजनी की घटना की थी। रात 3 बजे तक अलग-अलग हिस्सों में आगजनी हुई थी। साथ ही गोली लगने से खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। घटना को लेकर प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है।
एक वरिष्ठ अफसर ने मीडिया को जानकारी दी है कि दंगाइयों के अवैध निर्माण को तोड़ा गया है। कुछ कर्मचारियों के शामिल होने का भी पता चला है, जिन्हें अभी सेवा से निकाल दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार दंगे में शामिल 4 शासकीय कर्मचारियों में से 3 की सेवा को समाप्त कर दिया गया है। वहीं एक शासकीय कर्मचारी को सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई है। दंगाई की पहचान कर उनके घर बुलडोजर से ढाह दिये गये हैं।

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