संयुक्त मोर्चा की रैली एक ही मांग शिक्षिका हेमलता बैरवा का निलंबन हो बहाल
दलित, पिछड़े और अल्पसंख्या वर्ग के संगठनों के संयुक्त मोर्चा जिला उज्जैन के प्रमुख रंजीत कबीरपंथी के नेतृत्व में दिनांक गुरुवार को जन आक्रोश रैली निकाली। यह रैली उज्जैन के डॉक्टर अंबेडकर प्रतिमा चौक फ्रीगंज से होती हुई कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची। वहां पर एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एवं राजस्थान के राज्यपाल के नाम तहसीलदार को सोपा गया।
परिसंघ के जिला अध्यक्ष जे के मालवीय ने ज्ञापन के पूर्व भारत के संविधान को खोलकर बताया कि संविधान के अनुच्छेद 28 (1) के अनुसार शासन से मान्यता प्राप्त अथवा वित्त पोषित किसी भी संस्था में धार्मिक शिक्षा नहीं दी जानी चाहिए ।राजस्थान की शिक्षिका हेमलता बैरवा को 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरस्वती के चित्र को जबरदस्ती रखवाने हेतु न केवल बाधय किया बल्कि जाति सूचक शब्दों से अपमानित भी किया गया था। जबकि वे संवैधानिक मूल्यों का पालन करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रही थी बावजूद इसके राजस्थान के शिक्षा मंत्री द्वारा एक तुगलकी फरमान द्वारा निलंबित कर दिया। इसके विरोध में ज्ञापन 13 संगठनों ने अपना रोस व्यक्त करते हुए एक रैली निकाली व ज्ञापन दिया।
रैली निकालने वाले ये संगठन प्रमुख रूप से रहे
1 बैरवा समाज उज्जैन
सतीश मरमट
2 भीम एकता समिति
रेणुका मालवीय
3 राष्ट्रीय एकता फाऊंडेशन से
रानी शेख
4 DOM परिसंघ से जे के मालवीय
5 भारतीय बौद्ध महासभा
आर आर जवादे
6 DARYS
डॉ हेमंत परमार
7 डॉ अंबेडकर विद्यार्थी संघ से
राम सोलंकी
8 बौद्ध महासभा उज्जैन
आनंद बौद्ध
9 भीम सेना संपूर्ण भारत
जीवन सिंह परमार
10 राष्ट्रीय बलाई समाज संघ
अनोखी लाल भारती
11 रविदास सेवक संघ
किशोरी लाल सूर्यवंशी
12 वाल्मीकि अधिकारी कर्मचारी संघ संपूर्ण भारत
रवि सिहोते
ज्ञापन का वाचन डॉक्टर धर्मेंद्र सोलंकी ने किया एवं आभार परीसंघ उपाध्यक्ष रणजीत सिंह चौहान ने माना।
सैकड़ो की संख्या में आक्रोश रैली में शामिल साथियों में विशेष रूप से
,,हीरालाल एरवाल हरिवंश राय पथरोड, रवि कटारिया, राधेश्याम रघुवंशी, सुमेंर राठौर ,राम तंबोली
अर्जुन मालवीय, रश्मि त्रिवेदी, ममता गुनावदीया राजेन्द्र जाधव, आकाश पाटनेश्वर, राकेश मालवीय, राजूलाल कटारा, समरथ लाल कटारे, अमर सिंह सूर्यवंशी