राजस्थान में सत्ता संग्राम के चलते पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत की उम्मीदवारी कमजोर पड़ती जा रही है और वरिष्ठ नेता एम. मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। राजस्थान में सियासी संकट जारी है। सत्ता के खेल में कौन किस पर भारी है, इसका फैसला अभी होनी बाकी है लेकिन अशोक गहलोत गुट के नेताओं ओैर विधायकें के तेवर सचिन पायलट के लिए अब भी वैसे ही हैं और बदल नहीं रहे हैं। राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना ने जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो वे उल्टा मीडिया पर ही भड़क उठे। बोले-आप कौन होते हैं पूछने वाले, आपके सवाल का मैं जवाब क्यों दूं ? हर चीज आपको क्यों बताऊं ?
अशोक चांदना का कहना है कि पार्टी में जो कुछ पिछले दो तीन दिन में हुआ, उसे बगावत कहा जा रहा है लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा लोकतंत्र में हर किसी को अपना बात रखने का अधिकार है। बात रखना बगावत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हम किसी से डरते नहीं हैं। जब उनसे पूछा गया कि विधायकों की बैठक में नहीं आने का केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन ने अनुशासनहीनता करार दिया है और इस पर कार्रवाई की बात कही है तो उन्होंने कहा कि हम देखेंगे कि वे कब कार्रवाई करेंगे। हम डर नहीं सकते।
खेल मंत्री चांदना ने कहा कि जब वे कुछ बोलते हैं तो मीडिया में उनकी बात तोड़मरोड़ कर पेश की जाती है। उन्होंने कहा कि आज राजनीति का जो हाल है उसके लिए मीडिया जिम्मेदार है। मीडिया बात की बतंगड़ बनाती है। वह हर सवाल का जवाब मीडिया को नहीं दे सकते हैं।