रायबरेली। देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में चल रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत गांधी परिवार की परंपरागत सीट अमेठी के बाद रायबरेली पहुंच गए हैं। राहुल की न्याय यात्रा से उनके गठबंधन के साथी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव दूर ही हैं। सीट शेयरिंग पर अटके पेच के कारण अखिलेश यादव ने न्याय यात्रा से दूरी बना ली है।
राहुल गांधी के यूपी में एंट्री करने के बाद अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीट देने का प्रस्ताव रखा, मगर राहुल गांधी की ओर से कोई पॉजिटिव संदेश नहीं आया। बताया जाता है कि समाजवादी पार्टी ने जिस तरह समझौते के ऐलान से पहले 27 सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, उससे कांग्रेस नाखुश है। वह सपा की ओर से दिए गए सीटों से भी सहमत नहीं है। सपा भी अपने प्रस्ताव पर अड़ी है। यूपी में इंडिया गठबंधन कायम रहेगा या नहीं, यह फैसला कांग्रेस के हाथ में है। इंडिया के एक साथी जयंत चौधरी पहले ही बीजेपी के साझीदार हो चुके हैं।
बलिया, बिजनौर और मुरादाबाद नहीं देना चाहते हैं अखिलेश
सोमवार देर रात अखिलेश यादव यह तय नहीं कर पाए कि वह राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होंगे या नहीं। समाजवादी पार्टी के 17 सीटों के प्रस्ताव पर कांग्रेस की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। मामला बलिया, बिजनौर और मुरादाबाद सीट पर अटक गया। कांग्रेस इन तीनों सीटों पर दावा कर रही है, जबकि सपा बिजनौर और मुरादाबाद को गिफ्ट के तौर पर नहीं देना चाहती है। समाजवादी पार्टी पहले कांग्रेस को 11 सीट देने पर अड़ी थी, मगर कांग्रेस से बातचीत के बाद 17 सीट देने को राजी हुई। समाजवादी पार्टी ने अपने प्रस्ताव में कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली के अलावा वे सारी सीटें दी थीं, जिसे कांग्रेस 2009 में जीत चुकी है। अखिलेश यादव ने प्रयागराज, वाराणसी, बांसगांव, कानपुर, झांसी, हाथरस, सहारनपुर, मथुरा, बुलंदशहर, महाराजगंज, देवरिया, मथुरा और गाजियाबाद कांग्रेस को दी है। कांग्रेस 17 सीटों से खुश नहीं है, वह गठबंधन में 20 सीटें चाहती है। दूसरी ओर अखिलेश यादव बलिया, बिजनौर और मुरादाबाद लोकसभा सीट कांग्रेस को देने के पक्ष में नहीं हैं। समाजवादी पार्टी ने पहले ही 65 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है।
27 सीटों पर कैंडिडेट का ऐलान कर चुके हैं अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी अभी तक सपा उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर चुकी है। पार्टी ने 27 लोकसभा सीटों के लिए कैंडिडेट का ऐलान कर दिया है। अखिलेश यादव ने बताया कि वह गठबंधन के लिए आश्वस्त हैं। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही दोनों दलों के बीच सहमति बन जाएगी। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा कि गठबंधन के दौरान सीटों पर तालमेल पर चर्चा चल रही है। हर पक्ष ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग में कोई विवाद नहीं है, दोनों पार्टियां बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव में उतरेगी। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा रायबरेली से शुरू होकर लखनऊ पहुंचेगी, इससे पहले दोनों दलों के बीच समझौते का ऐलान हो जाएगा।