अभिजीत पाण्डेय
पटना । उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए के घटक दलों से निवेदन किया है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम लेकर समीक्षात्मक बैठकों की महत्वपूर्ण बातें पब्लिक डोमेन नहीं जाए। इससे आपसी मनमुटाव और कटुता बढ़ेगा और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव प्रभावित होगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने एक्स पर लिखा कि ‘एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं से करबद्ध निवेदन है कि ऐसी खबरों को पब्लिक डोमेन में जाने से रोकें-बचें। क्योंकि इस तरह की ख़बरें हमारे आपस में कटुता बना-बढ़ा सकती है। आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति को जन्म दे सकती है। चुनाव परिणाम की समीक्षा अतिआवश्यक है।
परन्तु यह हमारा आंतरिक मामला है। इसका मकसद हमारी कमियां ढूंढ कर मिलजुलकर उसको दूर करना है। ताकि आगामी विधानसभा चुनाव की फुलप्रूफ रणनीति बनायी जा सके।
आगे उन्होंने लिखा कि ‘सार्वजनिक मंच पर चर्चा हमारे मूल मकसद को ध्वस्त कर सकती है। उधर विरोधी आग में घी डालने के लिए तो बैठा है ही। अतः हम सबको गंभीर होकर अर्जुन की तरह बिहार को फिर से 2005 के पहले वाली स्थिति में ले जाने से रोकने के लिए पुनः एनडीए सरकार की स्थापना के अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
बता दें कि एनडीए में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम को लोकसभा की एक सीट काराकाट मिली थी। काराकाट से उपेंद्र कुशवाहा खुद चुनाव लड़े थे, लेकिन वो हार गए । इसको लेकर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वे हारे नहीं हैं उन्है रणनीति कर हराया गया है।
इसके बाद लालू यादव के जन्मदिन पर उन्होंने बधाई दी। इसको लेकर कई कयास लगाने शुरू हो गए और बिहार की राजनीति में एक बार फिर उपेंद्र कुशवाहा की चर्चा होने लगी है कि क्या वो पाला बदलने की तैयारी कर रही हैं ?