पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी यादव ने बीती रात अपने मायके जालौन के आटा थानान्तर्गत पिपराया ग्राम में आत्महत्या कर ली। 5 अक्टूबर 2019 को करगुआं में हुआ पुष्पेंद्र यादव का पुलिस ने एनकाउंटर किया था। जिसे परिवार के लोगों ने फर्जी बताया था।
उरई । तीन साल पहले झांसी में पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी यादव ने बुधवार को सुबह अपने कमरे में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है। पुष्पेद्र की पत्नी एनकाउंटर की घटना के बाद लगातार डिप्रेशन में चल रही थी। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल की है।
तनाव में रहती थी पत्नी
महिला के स्वजन ने आरोप लगाए कि पुष्पेंद्र के फर्जी एनकाउंटर के बाद ही पारिवारिक स्थिति तनावपूर्ण चल रही थी। घटना के संबंध में दोपहर एसपी डा. ईरज राजा ने भी जानकारी ली है।
दुपट्टे से फंदा बना की आत्महत्या
एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र की पत्नी अपने मायके आटा थाना क्षेत्र के ग्राम पिपराया में रहती थी। 28 वर्षीय शिवांगी यादव ने बुधवार को सुबह अपने कमरे में दुपट्टे का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। जब स्वजन ने उसे फंदे पर लटका देखा तो उनके घर में चीख पुकार मच गई। पिता राकेश यादव, मां चतुरा यादव व बहन दीक्षा, भाई उम्मेद और राजा यादव का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था।
2019 में पुलिस ने पुष्पेंद्र का किया था एनकाउंटर
मां अपनी पुत्री का नाम पुकार-पुकार कर बार-बार बेसुध हो रही थी। स्वजन के अनुसार शिवांगी की शादी वर्ष 2019 में जनपद झांसी के करगुवां निवासी पुष्पेंद्र यादव के साथ हुई थी। शादी के तीन माह बाद ही 5 अक्टूबर 2019 की रात को पुलिस मुठभेड़ में पुष्पेंद्र की मौत हो गई थी।
घटना के बाद से ही शिवांगी अपने पिता के घर पिपरायां में रहने लगी थी। शिवांगी उस घटना के बाद से बड़ी गुमसुम सी रहती थी। अवसाद में रहने के कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। आटा थानाध्यक्ष अर्जुन सिंह का कहना है कि अभी तक आत्महत्या की वजह पता नहीं चल पाई है। मामले की जांच की जा रही है।
उधर एसपी ने भी घटना संज्ञान में लिया है। एसपी ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए है। पुष्पेंद्र के एनकाउंटर का मामला काफी हाईप्रोफाइल हो गए था। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उक्त मामले को लेकर भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास किया था। उक्त मामले में एनकाउंटर करने वाले पुलिस कर्मियों पर हाईकोर्ट के निर्देश पर मुकदमा भी लिखा गया था।