ऐसे नाकाम हुई बैंक लूट
पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया में सोमवार को एक बैंक में लूट की कोशिश नाकाम रही। एक अकेला लुटेरा, जिसने हेलमेट पहन रखा था, चित्रवाणी रोड स्थित स्थित स्मॉल फाइनेंस बैंक में घुसा और चाकू दिखाकर पैसे लूटने की कोशिश की। हालांकि, बैंक कर्मचारी की होशियारी से सायरन बज गया और लुटेरा खाली हाथ भाग गया। पुलिस घटना की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
यह घटना सुबह लगभग 9.00 बजे हुई जब बैंक कर्मचारी काम पर आ रहे थे। एक युवक, जिसने अपना चेहरा हेलमेट से ढंक रखा था, बैंक में घुसा और चाकू लहराते हुए पैसे की मांग की। बैंक के इंचार्ज मैनेजर अभय कुमार ने बताया कि लुटेरे ने कैशियर से बैग में पैसे भरने को कहा। एक अपराधी हेलमेट पहनकर अंदर घुसा और चाकू दिखाते हुए बैग के अंदर सभी सामान भरने की बात का कही।
कैशियर ने होशियारी दिखाते हुए पैसे देने का नाटक किया और मौका पाकर बैंक का सायरन बजा दिया। सायरन की आवाज सुनकर लुटेरा घबरा गया और बिना कुछ लिए बैंक से बाहर भाग गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि लुटेरा बैंक से कुछ दूरी पर खड़ी एक बाइक पर सवार होकर भाग गया।
बैंक अधिकारियों ने बताया कि लुटेरा बैंक से कुछ भी ले जाने में कामयाब नहीं हुआ। हालांकि, इस घटना से बैंक कर्मचारियों और आसपास के दुकानदारों में दहशत फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही सहायक खजांची थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की छानबीन शुरू कर दी।
पुलिस बैंक और आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस को शक है कि लूट की इस कोशिश में एक से ज़्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ भी कर रही है और लुटेरे की पहचान करने की कोशिश कर रही है। सहायक खजांची थानाध्यक्ष शशि कुमार भगत ने बताया कि लुटेरा अकेला था और उसने मास्क पहना हुआ था, जिससे उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कोई जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
यह घटना पूर्णिया में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करती है। कुछ समय पहले ही शहर में तनिष्क ज्वेलर्स में हुई करोड़ों की लूट की गुत्थी अभी तक पुलिस सुलझा नहीं पाई है और अब बैंक में हुई इस लूट की कोशिश ने पुलिस के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति रोष है। उनका कहना है कि पुलिस की ढिलाई के कारण ही अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।