चरण सिंह
चुनाव से पहले भाजपा ने ऐसा माहौल बना रखा था कि जैसे पीएम मोदी के पीछे लोग पागल हो गए हों। विपक्ष ऐसा दर्शा रहा था कि जैसे सारे लोग मोदी के खिलाफ हैं। मतदान में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को लोग आईना दिखा दिखा रहे हैं। पहले चरण में कम मतदान हुआ तो दूसरे चरण में भी मतदान रफ्तार न पकड़ सका। मतलब लोग सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों से लोग नाराज हैं।
2019 के चुनाव में 70 फीसदी मतदान हुआ था तो 2024 के पहले चरण में 54 फीसदी मतदान हुआ। दूसरे चरण में पहले चरण से भी 2019 से कम मतदान हुआ है । तो क्या ज्यों ज्यों मतदान के चरण आगे बढ़ेंगा त्यों त्यों मतदान का फीसदी कम होगा। ऐसे में प्रश्न उठता है कि मतदान के लिए लोगों को जागरूक करने वाला चुनाव आयोग क्या कर रहा है ? राजनीतिक दल अपने लिए मतदान कराने के लिए क्या कर रहे थे ? मतलब राजनीतिक दल भी मतदाताओं को घरों से नहीं निकाल पा रहे हैं। दूसरे चरण के मतदान में एक बजे तक कितना मतदान हुआ।
दरअसल बीजेपी ने चुनाव से पहले ही जो 400 पार का नारा दे दिया। इस नारे से बीजेपी के मतदाताओं में आलस घर कर गया है। बीजेपी मतदाता यह माने बैठे हैं कि 400 के पार सीटें आ रही हैं। उनके वोट न देने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस बार आरएसएस कार्यकर्ताओं में भी उत्साह नहीं देखा जा रहा है। आरएसएस भी बीजेपी समर्थकों को मतदान के लिए नहीं निकाल पा रहा है। दरअसल आरएसएस भी नहीं चाहता है कि बीजेपी 400 के पार जाए। आरएसएस को इस बात का एहसास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री को अहंकार हो गया है। यदि 400 के पार सीटें आई थी तो ये लोग आरएसएस को भी नहीं समझेंगे।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ भी नहीं चाहते कि इस बार प्रचंड बहुमत के साथ मोदी सरकार बने। दरअसल चर्चा यह भी मोदी और अमित शाह की जोड़ी योगी आदित्यनाथ को भी साइड लाइन करना चाहती है। तो क्या योगी आदित्यनाथ भी चुनाव को थोड़ा ढीला छोड़े हुए हैं। राजपूत आंदोलन के खिलाफ न बोलना भी योगी आदित्यनाथ की इस तरह की रणनीति का हिस्सा लग रहा है।
क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के ननौता, खेड़ा सरधना, नोएडा सदरपुर गांव, गाजियाबाद हापुड़ और बुलंदशहर में राजपूतों की पंचायत होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ ने राजपूतों को मनाने के लिए एक शब्द भी नहीं बोला। मतलब खुद योगी आदित्यनाथ भी राजपूतों को जागरूक करना चाहते हैं। योगी चाहते हैं कि राजपूत अपने मान सम्मान और अधिकार के लिए खड़े हों।