अनूप जोशी
रानीगंज- रानीगंज के मंगलपुर के रोनाई इलाके में प्रस्तावित बायपास रोड के निर्माण को लेकर मंगलवार को स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि बांकुड़ा को जोड़ने वाली इस बायपास सड़क के निर्माण के लिए उनसे जमीन ली गई है, लेकिन अभी तक उन्हें जमीन के बदले मुआवजा नहीं मिला है। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों को काम पर रखा जा रहा है, जबकि स्थानीय युवाओं को नौकरी नहीं दी जा रही है। उन्होंने स्थानीय युवाओं को नौकरी देने और कलवर्ट की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान लोगों का कहना था कि इस बायपास के निर्माण को लेकर उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया है। इस विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा और टीएमसी पार्षद अख्तरी खातून भी मौके पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की।
इस दौरान मुजम्मिल शहजादा ने कहा कि बायपास का निर्माण किया जाएगा और इसके लिए लोगों की जमीन ली गई है, लेकिन लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। स्थानीय लोग खेती-बाड़ी करते हैं और एक कलवर्ट को बंद कर दिया गया है। लोगों का कहना है कि अगर कलवर्ट बंद हो गया तो बारिश के मौसम में गांव बाढ़ में डूब सकता है क्योंकि इस कलवर्ट से होकर बारिश का पानी नदी में जाता है। उन्होंने मांग की कि कलवर्ट को बंद नहीं किया जाना चाहिए, साथ ही सर्विस रोड और स्थानीय युवाओं को नौकरी देने की भी मांग की।
प्रबंधन के साथ बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी और शाम को एक बैठक होगी। अख्तरी खातून ने कही कि राष्ट्रीय राजमार्ग 14 बायपास का निर्माण हो रहा है और लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। बाहर से लोगों को लाकर नौकरी दी जा रही है जबकि स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलनी चाहिए। कलवर्ट को बंद करने से बारिश के मौसम में गांव के पानी में डूबने की आशंका है।
प्रदर्शनकारियों की मांगों के समर्थन में कुछ देर के लिए काम रोक दिया गया और प्रबंधन से बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। मास पिटीशन पुलिस थाना,बोरो कार्यालय और विभिन्न सरकारी दफ्तरों को दिया जाएगा। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जमीन के बदले उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा मिलना चाहिए और उन्हें इस दफ्तर से उस दफ्तर दौड़ाया जा रहा है।