अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरव्यू में कहा कि पंजाब में सरकार बनने पर 1 महीने के अंदर नशे पर वॉर शुरु होगा और 6 महीने के अंदर परिणाम दिखाई देंगे।
द न्यूज 15
नई दिल्ली । पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और इस बार पंजाब में आम आदमी पार्टी पूरे जोर-शोर के साथ मैदान में है। आम आदमी पार्टी ने लोकसभा सांसद भगवंत मान को आम आदमी पार्टी का सीएम चेहरा भी घोषित कर दिया है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी लगातार पंजाब में जनसभाएं कर रहे हैं और कह रहे हैं कि विपक्ष के सभी नेता मेरे ऊपर भड़के हुए हैं।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक निजी टीवी चैनल से इंटरव्यू के दौरान कहा कि पंजाब में पिछले कुछ दिनों के अंदर बड़ी रोचक घटना घट रही है सुखबीर बादल और सभी नेता इकट्ठे हो गए हैं और यह केवल अरविंद केजरीवाल को गाली दे रहे हैं एक दूसरे को गाली नहीं दे रहे हैं। सुखबीर बादल, चन्नी का नाम नहीं लेते और चन्नी, सुखबीर बादल का नाम नहीं लेते, यह लोग केवल मेरे को गाली दे रहे हैं। प्रियंका गांधी, राहुल गांधी आते हैं, अमित शाह जी आते हैं, मोदी जी आते हैं, लेकिन सारे केवल मुझे और भगवंत मान को गाली दे रहे हैं। मैंने क्या बिगाड़ रखा है इनका?
अरविन्द केजरीवाल ने आगे कहा कि, “हम तो यही कह रहे हैं कि हम स्कूल अच्छे बनाएंगे, अस्पताल बनाएंगे, और बिजली अच्छी करेंगे, यही तो कह रहे हैं हम। इनमें से कोई नहीं चाहता कि पंजाब का भला हो, यह सारे मिलकर पंजाब को लूट रहे थे। इनमें से कोई नहीं चाहता कि आम आदमी पार्टी आनी चाहिए, क्योंकि इनको पता है कि अगर आम आदमी पार्टी आ गई तो हमेशा के लिए इनकी लूट बंद हो जाएगी।”
पति की ‘साख’ बचाने को गली-कूचे घूम रहीं परनीत : अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, “सरकार बनने के बाद हम एक महीने के अंदर नशे पर वार करना शुरू कर देंगे और 6 महीने के अंदर उसके परिणाम दिखाई देने लगेंगे। 3 से 6 महीने के अंदर हम सप्लाई चेन को तोड़ेंगे और ढेर सारे पुनर्वास केंद्र भी बनाने पड़ेंगे, क्योंकि जब नशे का चेन टूटेगा तो ड्रग्स लेने वाले बच्चे तड़पेंगे और इसके लिए पुनर्वास केंद्र की जरूरत पड़ेगी। हम आएंगे तो नशे पर वार होगा चाहे कोई कितना भी बड़ा नेता क्यों ना हो।” वहीं यूपी चुनाव में गठबंधन पर केजरीवाल ने कहा कि, “हम यूपी में पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं और देखते हैं कि जनता क्या जवाब देती है? यूपी बहुत बड़ा राज्य है और बहुत सारी पार्टियां लड़ती हैं और बहुत मुश्किल चुनाव होता है। जनता क्या आदेश देती है इसे कोई आखिरी तक नहीं बता सकता।”