ऋषि तिवारी
नोएडा। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में एक सप्ताह तक चलने वाले विशेष अभियान यौन उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम, 2013 अभिविन्यास एवं सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को शारदा यूनिवर्सिटी में महिला सशक्तिकरण और कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए पॉश (प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर, क्राइम कंट्रोल एंड सोशल डेवलपमेंट संस्थान एवं शारदा स्कूल ऑफ़ लॉ द्वारा किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अथिति एडीसीपी प्रीति यादव (नोडल कम्युनिटी आउटरीच प्रोग्राम), कविता रावत (पॉश ट्रेनर) एवं डीन शारदा स्कूल ऑफ़ लॉ डॉ ऋषिकेश दवे मुख्य वक्ता रहे।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ाना है। प्रीति यादव ने कार्यक्रम के दौरान पॉश एक्ट की महत्वपूर्ण धाराओं पर विस्तार से चर्चा की और इसे प्रभावी रूप से लागू करने के उपायों पर प्रकाश डाला तथा पुलिस के कार्यों के महत्व को बताया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से प्रत्येक कर्मचारी को अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों की जानकारी होनी चाहिए ताकि वे सुरक्षित कार्य वातावरण में अपना योगदान दे सकें।
इस कार्यक्रम में शारदा यूनिवर्सिटी के संकाय सदस्यों और क़रीब 250 छात्रों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी समझ को गहरा किया। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें एडीसीपी प्रीति यादव ने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए सवालों के उत्तर दिए। सभी व्यक्तियों द्वारा शारदा यूनिवर्सिटी और एनजीओ की इस पहल की सराहना की गयी, जो कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम में डॉ. रितु गौतम, डॉ. संस्कृति मिश्रा, और डॉ. अविनाश गोस्वामी द्वारा कार्यक्रम समन्वयक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ट्रेनिंग के आयोजन और सफल संचालन में अपना योगदान दिया।