महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पहली बार पुलिस पहुँच सकी हैं सोमवार को यहाँ 600 कमांडो पहुँचे और एक दिन में हि यहाँ पुलिस स्टेशन भी बन गया
1947 के बाद पहली बार ऐसा हुआ हैं। आज़ादी से लेकर अभी तक वह पर कोई भी पुलिस स्टेशन नहीं था नक्सली इलाके होने के कारण वहा पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी पर ऐसा पहली बार हुआ हैं जब वहा पर पुलिस चौकी बन कर तैयार हुई हैं छत्तीसगढ़ और महारष्ट्र के सीमांत इलाके के इस जिले में नक्सली का काफी प्रभाव रहा हैं। और सुरक्षा के कहीं बलों पर यहाँ भीषण हमले होते रहे हैं। अब जो चौकी बन गई हैं वह मेहवडियो के गढ़ अबूझमाड़ से 5 किलोमीटर दूरी पर स्तिथ हैं इस लिहाज से उनको ताकत मिल जाएगी नक्सलियों से लड़ने के लिए इस पुलिस चौकी की स्थपना के लिए कुल 600 कमांडो गए थे।
इस दौरान उनको नक्सली के छिपे होने की आशंका भी थी इसलिए वह हल पल तैयार थे और निगरानी भी रख रहे थे। इतने बड़े नक्सली इलाके में पुलिस चौकी को स्थिपित करना आसान नहीं था। इन कमांडो ने कुल 60 किलोमीटर तक अपनी यात्रा पैदल किए यही नहीं वहा पहुँच कर करीब 1500 लोग तेहनत किये गए जिन्होंने तेजी के साथ काम करते हुए एक हि दिन में पक्की चौकी का निर्माण पूरा कर दिया। वही बात करे पुलिस कर्मियों के रहने के लिए प्रयाप्त सुविधा होगी।
जिसके साथ वहा पर कड़ी सुरक्षा होगी यह चौकी रणनीतिक लिहाज से बहुत बेहतर होगी। 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान महोवेदियो ने एक पोलिंग सीएएम में अफरातफरी का माहौल बना दिया था उस वक्त उन लोगो ने 3 ब्लास्ट किए थे यहाँ पर एक बड़ा नाला भी हैं जिसमे बिसाद के दौरान काफी बहता हैं इसके चलते यह इलाका काफी हिस्सों में बटा हुआ हैं ऐसे में उन लोगो को छुपने में आसनी होती थी पर ऐसा बोला जा रहा हैं की पुलिस चौकी बनने के बाद वहा पुल भी बन जाएगा।