नालंदा विश्वविद्यालय के नवीन परिसर के उद्घाटन से जीवंत हुआ बिहार का पुराना गौरव
बीजेपी नेता ने कहा – आग की लपटों में पुस्तकें जलाई जा सकती है, ज्ञान को नहीं
पटना/राजगीर। भाजपा के नेता सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि नालंदा बिहार की एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, गौरव है, गाथा है। नालंदा उद्घोष है इस सत्य का कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकती है।
सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन कर भारतीयता के , प्राचीन धरोहर को न केवल संरक्षित किया है बल्कि बिहार के खोये गौरव के साथ ही यहां की ज्ञान और मेधा परंपरा को भी पुनर्स्थापित किया है।
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय परिसर दुनिया का सबसे बड़ा नेट-जीरो कैंपस होगा। एनडीए सरकार में विरासत को लेकर बिहार को विकसित किया जा रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन गौरव की पुनर्स्थापना इसका जीवंत उदाहरण है। ऐतिहासिक नालंदा विश्वविद्यालय को एक समय में बर्बर विदेशी आक्रांता ने बर्बाद करने की पुरजोर कोशिश की, लेकिन एनडीए सरकार इसे पुनर्जीवित कर बिहार के वैभव को पुनः वापस दिलाने के लिए संकल्पित है। श्री सुरेन्द्र ने कहा बिहार मै प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा भारतीय विरासत और गौरव को पुनर्स्थापित करना है। कोई भी समाज अपने अतीत के गौरव के गर्व के साथ ही सिर उठा कर जी सकता है।