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कर्पूरी ठाकुर के बेटे को फोन कर पीएम मोदी ने दी बधाई, गणतंत्र दिवस के बाद सपरिवार दिल्ली आने का दिया न्योता

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समाजवादी पुरोधा जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की घोषणा के बाद पीएम मोदी ने उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को फोन कर बधाई दी और 26 जनवरी को दिल्ली आने का न्यौता दिया। दरअसल महान समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर का 24 जनवरी को जन्मदिन है। जन्म शताब्दी के एक दिन पहले केंद्र सरकार की ओर से उन्हें भारत रत्न पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है। भारत सरकार की इस घोषणा से उनके परिवार में भी काफी खुशी देखने को मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद फोन कर कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर और परिजनों को बधाई दी। 

पटना।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर से फोन पर बात की। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ दिए जाने पर बधाई दी। इस संबंध में रामनाथ ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में प्रधानमंत्री ने उन्हें अपने आवास पर आने का निमंत्रण दिया।

 

26 जनवरी के बाद पीएम ने आवास पर किया आमंत्रित

 

जननायक कर्पूरी ठाकुर के पुत्र और जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें फोन पर बधाई देने के साथ दिल्ली स्थित आवास पर आने का निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जनवरी के बाद रामनाथ ठाकुर और परिवार के अन्य सदस्यों को अपने आवास पर आमंत्रित किया है। रामनाथ ठाकुर की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने पर प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया।

36 वर्षों से इस बात था इंतजार

 

जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद रामनाथ ठाकुर ने कहा कि 36 वर्षाें से इस बात का इंतजार हो रहा था। लेकिन बाबूजी की जन्मशती के एक दिन पहले शाम पांच बजे तब उन्हें किसी विश्वस्त सूत्र ने ‘भारत रत्न’ दिए जाने की खबर दी, तो यकीन करने का मन होते हुए भी धकधक लगा था। हर तरह से पता करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन पक्का नहीं हो पा रहा था। इसी प्रयास में करीब पौने तीन घंटे बीत गए, जिसके बाद मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद यह घोषणा की है।

 

 

सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने किया स्वागत

 

इससे पहले मंगलवार को भारत सरकार ने बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किए जाने का फैसला लिया। भारत सरकार के इस फैसले के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। केंद्र सरकार के इस फैसले का सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों ने स्वागत किया है।