पीएम का यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक सीमा के पास प्रतीकात्मक और रणनीतिक महत्व का था
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर, राजस्थान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “पाकिस्तान का असली चेहरा अब दुनिया देखेगी।” यह बयान ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के संदर्भ में आया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने तीन नियम स्थापित किए: पहला, आतंकी हमला युद्ध माना जाएगा और सेना जवाब का समय तय करेगी; दूसरा, भारत परमाणु धमकियों से नहीं डरेगा; तीसरा, आतंकियों और उन्हें समर्थन देने वाली सरकारों को एक समान माना जाएगा। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सात भारतीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में पाकिस्तान की सच्चाई उजागर करेंगे। यह दौरा नाल एयरबेस पर जवानों से मुलाकात और करणी माता मंदिर में दर्शन के साथ हुआ, जो पाकिस्तान को कड़ा संदेश देता है।
देखने की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर में अपने संबोधन में यह नहीं कहा कि “PAK से ना ट्रेड, ना टॉक होगा।” यह कथन उनके 12 मई 2025 के राष्ट्र के नाम संबोधन से लिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था, “टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते। टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता।” यह बयान ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के संदर्भ में था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की थी।
दरअसल 22 मई को बीकानेर के दौरे के दौरान, पीएम मोदी ने देशनोक में करणी माता मंदिर में दर्शन किए, पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया, और 26,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने पालना में एक जनसभा को भी संबोधित किया, लेकिन उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इस दौरान उन्होंने “PAK से ना ट्रेड, ना टॉक होगा” जैसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया। यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक सीमा के पास प्रतीकात्मक और रणनीतिक महत्व का था, जिसमें उन्होंने सैनिकों का मनोबल बढ़ाया और पाकिस्तान के झूठे दावों को खारिज किया।