नई दिल्ली| विजयवाड़ा में हाल ही में सीनियर महिला क्रिकेट चैलेंजर खेला गया, जिसके लिए महिला खिलाड़ियों की चार टीमों (इंडिया ए, बी, सी, डी) का चयन किया गया था। इन टीमों के खिलाड़ी ने अपने कौशल से सीनियर महिला घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया।
ऑस्ट्रेलिया में महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) का हिस्सा बनने वाली आठ भारतीय महिला खिलाड़ियों में से केवल राधा यादव ने चैलेंजर टूर्नामेंट में भाग लिया था। मुख्य रूप से अपने गेंदबाजी कौशल के लिए पहचानी जाने वाली इंडिया सी के लिए तीन मैचों में से एक में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
उन्होंने अपनी टीम के छह विकेट गिर जाने के बाद अर्धशतक (82) लगाकर अपनी साथी के साथ 139 की साझेदारी कीं। उसके स्ट्रोक में आत्मविश्वास की झलक दिखाई दे रही थी।
बात यह है कि वह अपने साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खेल रही थीं, जो आने वाले यंग महिला क्रिकेटरों पर प्रभावित करेगा। इस टीम के अंदर एक ऐसी खिलाड़ी थी जो भारत के लिए खेल रही है और विदेशी लीग में भी खेलकर आई हैं।
अन्य सात महिला खिलाड़ी टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं थीं, उनको वर्कलोड होने के कारण इस घरेलू टूर्नामेंट से आराम करने की सलाह दी गई थी। अब इस पर यह तर्क दिया जा सकता है कि क्या उन्हें इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट का हिस्सा होना चाहिए या नहीं।
भारतीय चयनकर्ता और सहयोगी स्टाफ दो मैदानों पर खेले गए सभी मैचों को देखने के लिए मौजूद थे, जो वर्तमान और भविष्य की प्रतिभाओं को खोजने की कोशिश कर रहे थे। वास्तव में खुशी की बात है कि भारतीय टीम नए प्रतिभाओं की तलाश कर रही है।
दो दिग्गजों मिताली राज और झूलन गोस्वामी की अनुपस्थिति में टीम में बदलाव करने की जरूरत है। कोई भी महिला क्रिकेटर इन खिलाड़ियों की कमी को तुरंत पूरा नहीं कर पाएगी, लेकिन फिर भी उनकी जगह खिलाड़ियों को लेना होगा।
भारत की महिला टीम नए साल में आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के लिए न्यूजीलैंड की यात्रा करेगी। वे विश्व कप में जाने से पहले एक सीरीज खेलने वाली हैं। कोरोना महामारी के कारण इस सीरीज के होने में एक साल का समय लग गया। लेकिन भारत के पास विश्व कप से पहले तैयारी करने का अच्छा मौका है। वहीं, भारत को तेज गेंदबाजों पर भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होगी।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के हाल के दौरों के दौरान, कुछ नए नाम अपने प्रदर्शन के साथ सामने आए। मेघना सिंह और रेणुका सिंह ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई और एस मेघना, यास्तिका भाटिया, सिमरन बहादुर और आयुषी सोनी के लिए एक अच्छा चैलेंजर टूर्नामेंट था, जो भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे हैं।
दिशा कसात, चंदू राम, राशि कनौजिया, अमनजोत कौर, कनिका आहूजा, काशवी गौतम जैसे कुछ युवा खिलाड़ियों ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।
टीम में ज्यादा बदलाव करना शायद ही कभी अच्छा होता है और रमेश पवार के कोच वाली टीम के लिए संतुलन बनाने लिए नए प्रतिभाओं को तलाशना महत्वपूर्ण होगा। कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त खिलाड़ियों के साथ यात्रा करने की संभावना है।
भारत में महिला लीग कराने को लेकर सकारात्मक चर्चा की जा रही है। नियमित मैच और चैलेंजर ट्रॉफी टूर्नामेंट खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करेगा।