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पित्रोदा के बयान से छिड़ा विवाद, BJP बोली एक्सपोज हो गई कांग्रेस, जानें पूरा मामला

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस सत्ता में आए तो महिलाओं का मंगलसूत्र तक नहीं बचेगा. वे मां-बहनों के गोल्ड का हिसाब करेंगे. विपक्ष को घेरते इस बयान के बाद से हंगामा मचा हुआ है. लेकिन इस हंगामे के पीछे की वजह क्या है और मां-बहनों के गोल्ड या स्त्रीधन का क्या मतलब है? क्या गैर-शादीशुदा स्त्रियां भी इस दायरे में आती हैं? अब क्या है ये पूरा मामला..चलिए डिटेल में जानते है इस खबर में…

कहा से शुरु हुआ विवाद?

लगभग दो सप्ताह पहले कांग्रेस का मेनिफेस्टो आया. इसमें पार्टी ने वेल्थ डिस्ट्रिब्यूशन की बात की, मतलब दौलत का समान बंटवारा, या इतना बंटवारा कि गरीब की बेसिक जरूरतें पूरी हो जाएं. घोषणा पत्र जारी होने के बाद से भूचाल आया हुआ है. सत्ता पार्टी लगातार उसके पॉइंट्स पर उसे ही घेर रही है. मेनिफेस्टो को लेते हुए ही पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसा कह दिया कि चुनावी युद्ध स्त्रीधन तक पहुंच गया उससे पहले राहुल गांधी के बयान के बारें में आपको बतादेते है

पित्रोदा के बयान से बदला माहौल

दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बीते दिनों एक बयान में कहा था कि अगर चुनाव बाद उनकी सरकार सत्ता में आई तो एक सर्वे कराया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किसके पास कितनी संपत्ति है. उनके इस बयान के बारे में जब सैम पित्रोदा से पूछा गया तो उन्होंने अमेरिका में लगने वाले विरासत टैक्स का जिक्र किया.पित्रोदा ने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है. अगर किसी शख्स के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है. उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को ट्रांसफर हो जाती है जबकि 55 फीसदी संपत्ति पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही रोचक कानून है. इसके तहत प्रावधान है कि आपने अपने जीवन में खूब संपत्ति बनाई है और आपके जाने के बाद आपको अपनी संपत्ति जनता के के लिए छोड़नी चाहिए. पूरी संपत्ति नहीं बल्कि आधी, जो मुझे सही लगता है. लेकिन भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है. यहां अगर किसी के पास अरब रुपये की संपत्ति है. उसके मरने के बाद उनके बच्चों को सारी की सारी संपत्ति मिल जाती है, उसके मरने के बाद उनके बच्चों को सारी की सारी संपत्ति मिल जाती है, जनता के लिए कुछ नहीं बचता. मुझे लगता है कि इस तरह के मुद्दों पर लोगों को चर्चा करनी … मुझे नहीं पता कि इस चर्चा का निचोड़ क्या निकलेगा. हम नई नीतियों और नए प्रोग्राम की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो ना कि सिर्फ अमीरों के हित

कांग्रेस सत्ता में आए तो महिलाओं का मंगलसूत्र तक नहीं बचेगा

वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस सत्ता में आए तो महिलाओं का मंगलसूत्र तक नहीं बचेगा. वे मां-बहनों के गोल्ड का हिसाब करेंगे. विपक्ष को घेरते इस बयान के बाद से हंगामा मचा हुआ है. आपको बतादें कि राजस्थान में चुनावी जनसभा के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बयान का भी जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले जब इनकी सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है. इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करते किसको बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंग… घुसपैठियों को बांटेंगे. क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये?

कांग्रेस की लूट… जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी.”

छत्तीसगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब तक आप जीवित रहेंगे, तब तक कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे, तब आप पर इनहेरिटेंस टैक्स का बोझ लाद देगी.उन्होंने कहा, “पूरी कांग्रेस पार्टी को अपनी पैतृक संपत्ति मानकर जिन लोगों ने अपने बच्चों को दे दी, अब वो नहीं चाहते कि भारतीय अपनी संपत्ति अपने बच्चों को दें.पीएम ने कहा, “अब कांग्रेस का कहना है कि वो इनहेरिटेंस टैक्स लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी. आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी. कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा. कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट… जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी.”

अमित शाह ने कहा पित्रोदा के बयान के बाद एक्सपोज़ हो गई है कांग्रेस

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सैम पित्रोदा के बयान के बाद पूरी तरह एक्सपोज़ हो गई है.अमित शाह ने कहा, “सबसे पहले घोषणापत्र में सर्वे, मनमोहन सिंह का पुराना बयान जो कांग्रेस की लीगेसी है कि ‘हम देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का मानते हैं’, और अब इनके घोषणापत्र बनाने में जिनकी अहम भूमिका है उनका बयान कि संपत्ति के बंटवारे पर विचार होना चाहिए.अमित शाह ने कहा, “अमेरिका का हवाला देते हुए इन्होंने कहा कि 55 प्रतिशत संपत्ति सरकारी खजाने में जाती है. अब जब प्रधानमंत्री जी ने ये मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस बैकफुट पर आई है कि हमारा मकसद ये नहीं है.”

प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर बोली प्रिंयका गांधी

प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने कहा है कि ऐसे बयानों से वे देश में नफ़रत के बीज बो रहे हैं. वहीं, कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए अब प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर तीख़ा जवाब दिया है.प्रियंका गांधी ने कहा, “कैसी-कैसी बहकी-बहकी बातें की जा रही हैं. पिछले दो दिनों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आपका मंगलसूत्र, आपका सोना छीनना चाहती हैं. 70 सालों से ये देश स्वतंत्र हैं, 55 साल कांग्रेस की सरकार रही है, क्या किसी ने आपका सोना छीना, आपके मंगलसूत्र छीने. इंदिरा गांधी ने जब जंग हुई, अपना सोना इस देश को दिया. मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश के लिए क़ुर्बान हुआ है.”

सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस को देनी पड़ रही सफ़ाई

सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस के कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने कहा, “सैम पित्रोदा मेरे और दुनिया में कई लोगों के लिए एक मेंटर, दोस्त, फ़िलॉसफ़र और मार्ग दर्शक हैं. उन्होंने भारत के विकास में कई अहम योगदान दिए हैं. वह इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.पित्रोदा जिन मुद्दों के बारे में बोलने की इच्छा रखते हैं, उन पर स्वतंत्र रूप से अपनी राय रखते हैं. बेशक, लोकतंत्र में हर शख्स के पास अपने निजी विचारों को रखने, इस पर चर्चा करने की आज़ादी है.इसका ये अर्थ नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रुख़ को बयां करते हैं. बहुत बार ऐसा नहीं होता. उनके बयान को सनसनीखेज़ तरीके से पेश करना और उन्हें बिना संदर्भ के पेश करना नरेंद्र मोदी के दुर्भावना और नुकसान पहुंचाने वाले उस चुनावी कैंपेन से ध्यान भटकाने की जानबूझकर की गई कोशिश है, जो केवल झूठ और ज़्यादा झूठ के सहारे पर है.”