पीलीभीत (यूपी)| कर्नाटक से पांच हाथियों को पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में लाया जाएगा। ये हाथी जंगल में गश्त करेंगे और बचाव अभियान चलाएंगे।
हाथियों का चयन करने के लिए पीटीआर के उप निदेशक नवीन खंडेलवाल और वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ दक्ष गंगवार सहित विशेषज्ञों की एक टीम कर्नाटक पहुंच गई है। कर्नाटक वन विभाग से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही हाथियों के परिवहन की अंतिम तिथि तय की जाएगी।
डॉ गंगवार ने कहा, “हमारी प्राथमिकता 8 से 20 साल के बीच के युवा हाथियों की तलाश करना है। अगर यह उपयुक्त हो, तो हम छोटे हाथी पर भी विचार कर सकते हैं। उन्हें किसी भी पुरानी चोट या टीबी जैसी बीमारी नहीं होनी चाहिए। हम यह भी जांच रहे हैं कि हाथी अपने महावत की आज्ञाओं आदि का कैसे जवाब देते हैं।”
नवीन खंडेलवाल के अनुसार, “हमने 7 हाथियों को शॉर्टलिस्ट किया है और उनमें से पांच को अंतिम रूप देने से पहले हम और का चयन करेंगे।”
इसके बाद, कर्नाटक के प्रधान मुख्य वन संरक्षक को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा, जो हाथियों को पीटीआर को सौंपने के लिए अंतिम मंजूरी देंगे। यह जनवरी के अंत तक होने की उम्मीद है और एक बार मंजूरी मिलने के बाद हाथियों को पीलीभीत लाया जाएगा, जहां उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा। खंडेलवाल ने कहा कि कर्नाटक से उनके महावत जंबो के साथ पीटीआर जाएंगे और तब तक रहेंगे जब तक वे स्थानीय महावतों से हिंदी में आदेश स्वीकार नहीं कर लेते।