लखनऊ | समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं का व्यक्तिगत हमले करना उनकी ‘संकीर्ण मानसिकता और हताशा’ को दर्शाता है। वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी अब राम मंदिर निर्माण को नहीं रोक पाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टिप्पणी की थी, ‘बबुआ महामारी में लोगों की मदद करने के बजाय अपने स्मार्टफोन के साथ खेल रहे थे।’
अखिलेश ने कहा, “भाजपा के पास अपनी उपलब्धि दिखाने के लिए कुछ भी नहीं बचा है और इसलिए उसने निराधार व्यक्तिगत हमले किए हैं।”
उन्होंने कहा, “भाजपा के बड़े नेताओं ने अपना संयम खो दिया है और वो छिछले बयानों से अपनी संकीर्ण मनसिकता दिख रहे हैं।”
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा के खिलाफ लोगों में आक्रोश तेजी से बढ़ रहा है और यहां तक कि सत्ताधारी पार्टी को भी इसकी भनक लग गई है, जिसके चलते कोई भी नेता बिना सरकारी तामझाम के सार्वजनिक रूप से बाहर नहीं जाता है।
“भाजपा नेताओं को डर है कि किसान उनसे अपनी आय दोगुनी करने के वादे के बारे में सवाल करेंगे, जबकि महंगे उर्वरकों, डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण यह वास्तव में आधा हो गया है। उन्हें डर है कि युवा उनसे नौकरियों के बारे में सवाल करेंगे।
भाजपा सरकार पर राज्य की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाते हुए, सपा अध्यक्ष ने कहा कि भगवा पार्टी को केंद्र की सरकार द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए उठाए गए कदमों की व्याख्या करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने अब तक केवल खोखले वादे और बयानबाजी की है और इन वादों को पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया है।”