द न्यूज 15
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान में जहां अब एक सप्ताह का ही समय रह गया है, समाजवादी पार्टी गठबंधन में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सपा और अपना दल (कमेरावादी) के बीच दरार की खबरें सामने आ रही हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स यहां तक दावा किया जा रहा है कि अपना दल (के) की उम्मीदवार पल्लवी पटेल ने सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। कहा जा रहा है कि पार्टी मानती है कि सपा ने अपनी तरफ से पल्लवी के नाम का ऐलान बीजेपी के एक दिग्गज उम्मीदवार के खिलाफ कर दी गई, जिनके खिलाफ जीतना आसान नहीं है।
इस बीच अपना दल (कमेरावादी) के राष्ट्रीय महासचिव पंकज निरंजन ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए गठबंधन टूटने की बात से तो इनकार किया, लेकिन विवाद की बात जरूर मानी। पंकज ने कहा कि पार्टी ने अपनी ओर से घोषित सभी 7 सीटों को अब सपा को सुपुर्द कर दिया है और अब सपा को फैसला लेना है। सिराथू से पल्लवी पटेल चुनाव लड़ेंगी या नहीं? इसके जवाब में पंकज ने कहा कि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है कि उनकी पार्टी कहां से लड़ेगी और कहां से नहीं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मुद्दों के आधार पर उनकी पार्टी ने सपा को समर्थन दिया है और यदि एक भी सीट लड़ने को नहीं दी जाती है फिर भी वह गठबंधन के साथ बने रहेंगे।
पंकज ने कहा, ”रणनीतिक तौर पर जो सीटें हमारे लिए तय हुईं थीं, लेकिन अब पार्टी में अधिक लोग आ गए हैं, ओवरफ्लो हो रहा है, कुछ और लोगों की वजह से कुछ असहजता है। इस लड़ाई और उद्देश्य के महत्व को देखते हुए अपनी तरफ से कहा है कि हम सभी सीटें आपको वापस करते हैं, आपको जिन भी सीटों पर सुविधा हो बता दें, लड़ लेंगे। एक भी सीट नहीं देंगे तो भी बिना सीट चुनाव लड़ लेंगे।” जौनपुर, बनारस, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद जैसी सीटों को लेकर विवाद हो रहा है। बाताया जा रहा है कि इन सीटों पर अपना दल कमेरावादी ने उम्मीदवार तय कर लिए थे, लेकिन अब सपा की ओर से इनपर फैसले लिए जाने से पार्टी नाराज है।
इस बीच अपना दल (कमेरावादी) के राष्ट्रीय महासचिव पंकज निरंजन ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए गठबंधन टूटने की बात से तो इनकार किया, लेकिन विवाद की बात जरूर मानी। पंकज ने कहा कि पार्टी ने अपनी ओर से घोषित सभी 7 सीटों को अब सपा को सुपुर्द कर दिया है और अब सपा को फैसला लेना है। सिराथू से पल्लवी पटेल चुनाव लड़ेंगी या नहीं? इसके जवाब में पंकज ने कहा कि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है कि उनकी पार्टी कहां से लड़ेगी और कहां से नहीं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मुद्दों के आधार पर उनकी पार्टी ने सपा को समर्थन दिया है और यदि एक भी सीट लड़ने को नहीं दी जाती है फिर भी वह गठबंधन के साथ बने रहेंगे।
पंकज ने कहा, ”रणनीतिक तौर पर जो सीटें हमारे लिए तय हुईं थीं, लेकिन अब पार्टी में अधिक लोग आ गए हैं, ओवरफ्लो हो रहा है, कुछ और लोगों की वजह से कुछ असहजता है। इस लड़ाई और उद्देश्य के महत्व को देखते हुए अपनी तरफ से कहा है कि हम सभी सीटें आपको वापस करते हैं, आपको जिन भी सीटों पर सुविधा हो बता दें, लड़ लेंगे। एक भी सीट नहीं देंगे तो भी बिना सीट चुनाव लड़ लेंगे।” जौनपुर, बनारस, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद जैसी सीटों को लेकर विवाद हो रहा है। बाताया जा रहा है कि इन सीटों पर अपना दल कमेरावादी ने उम्मीदवार तय कर लिए थे, लेकिन अब सपा की ओर से इनपर फैसले लिए जाने से पार्टी नाराज है।