मुजफ्फरनगर दंगे का मुद्दा अक्सर यूपी की सियासी मैदान में बार-बार उठता रहता है। ऐसे में ओवैसी ने यूपी चुनाव के बीच सवाल पूछा है कि आखिर इस दंगे का इंसाफ अबतक क्यों नहीं हुआ?
द न्यूज 15
लखनऊ । यूपी विधानसभा चुनाव के बीच AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश यादव पर जोरदार जुबानी हमला बोला है। बता दें कि औवैसी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुजफ्फरनगर दंगा को लेकर हमला बोल रहे हैं। ओवैसी का कहा कि जालिम के जुल्म को याद रखना चाहिए।
बता दें कि यूपी में अगस्त- सितंबर 2013 में मुजफ्फरनगर दंगा हुआ था। जिसमें आंकड़ों के मुताबिक 60 से अधिक लोगों की जान गई थी। इसको लेकर ओवैसी ने कहा कि मुजफ्फरनगर का दंगा अखिलेश यादव के कार्यकाल में हुआ था। आज वो आपसे वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कौन सा इंसाफ किया? सच तो यह है कि जालिम के जुल्म को नहीं भूलना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि सच यह है कि जबतक मजलूम को इंसाफ नहीं मिल जाता, हम इंसाफ के लिए लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं की इज्जत लूटी गई, जिनकी जमीनें छीन ली गईं, जिन लोगों पर अत्याचार हुआ। जिन घरों से बच्चों की चीखें निकलीं…उस वक्त तो अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री थे न। उनसे सवाल पूछो..वो कुछ नहीं कहेंगे। दल-बदलुओं के लिए आसान नहीं जीत की राह, कहां पर किसका है कड़ा इम्तिहान, जानें
बता दें कि मुजफ्फरनगर दंगे का मुद्दा उत्तर प्रदेश की सियासी जंग में बार-बार उठाया जाता रहा है। ऐसे में ओवैसी ने सवाल पूछा कि उत्तर प्रदेश में जब मुज़फ़्फ़रनगर फ़सादात हुआ तब राज्य में अखिलेश यादव की सरकार थी। दंगा पीड़ितों को अब तक इंसाफ क्यों नहीं मिला?
बता दें कि रिपोर्ट के मुताबिक इस दंगे में 40 हजार से ज्यादा लोग बेघर होना पड़ा था। बता दें कि यह दंगा मुज़फ़्फ़रनगर जिले के कवाल गांव में जाट-मुस्लिम के बीच शुरू हुआ था। दंगा भड़कने के बाद इस जगह पर कर्फ्यू लगा दिया गया था। हालात इस कदर बिगड़े कि सेना बुलानी पड़ी। करीब 20 दिनों तक कर्फ्यू रहा। जानकारी के मुताबिक इस दंगे में एक फोटोग्राफर और पत्रकार समेत 62 लोगों की मौत हुई थी।
यूक्रेन मामले पर ओवैसी क्या बोले: रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में मुगलों का जिक्र आने पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा को इतिहास का अधूरा ज्ञान है। दरअसल यूक्रेन के राजदूत ने रूसी हमले को जनसंहार बताते हुए कहा था कि इस तरह मुगलों ने राजपूतों के साथ किया था।