द न्यूज़ 15
नई दिल्ली। शनिवार को रेलवे बोर्ड हाई पावर कमेटी के अफसरों के सामने कोरल क्लब में पहुंचे NTPC की विभिन्न परीक्षाओं में शामिल 100 अभ्यर्थियों ने कमेटी के सामने अपनी बात रखी। अभ्यर्थी और आंदोलनरत छात्र। माइक पर शुरुआत, सर मैं अभिषेक कुमार। मेरा सवाल है कि प्रारंभिक आरआरबी के नोटिफिकेशन में स्पष्ट था कि एक ही परीक्षा होगी तो परीक्षा के बीच दूसरा नोटिफिकेशन क्यों जारी हुआ। जवाब, ऐसा नहीं है। सीबीटी- टू के लिए उम्मीदवारों को शार्टलिस्ट किया जाना था। प्रक्रिया यही है। इसके बाद दूसरे छात्र ने माइक पकड़ा और अपनी बात रखी। यह सिलसिला करीब ढाई घंटे तक चला।
दरअसल, यह वह प्लेटफार्म था जहां रेलवे भर्ती बोर्ड के नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के बाद रेलवे बोर्ड की हाई पावर कमेटी छात्रों की शिकायत सुनने, फीडबैक लेने और उनकी आशंकाओं को दूर करने आई थी। यूं तो छात्रों की शिकायत दर्ज कराने के लिए कैंप पहले से लगा था लेकिन कोई भी उसे तवज्जो नहीं दे रहा था। शनिवार को हाई पावर कमेटी के अफसर पहुंचे तो छात्रों का उत्साह बढ़ गया। अभ्यर्थियों ने कमेटी के सामने अपनी बात रखी। छात्रों से आरआरबी की ओर से शिकायती फार्म भी भराया गया। ज्यादातर छात्रों ने मांग की कि संशोधित रिजल्ट जारी किया जाए। साथ ही रेलवे की भर्ती, परीक्षा समय पर कराई जाए। वेटिंग लिस्ट खत्म की जाए। नॉरमलाइजेशन प्रक्रिया, कंप्यूटर आधारित परीक्षण-2 (सीबीटी-2) के लिए शॉर्टलिस्टिंग पद्धति और चिकित्सा मानकों में छूट आदि की मांग भी रखी। अभ्यर्थियों ने आरआरबी द्वारा वार्षिक चयन कैलेंडर निकालने को कहा। इस प्लेटफार्म पर अप्रेंटिस अभ्यर्थियों को भी बुलाया गया ताकि उनकी शंकाओं और सुझावों को सुना जाए। समिति अध्यक्ष दीपक पीटर गेब्रियल प्रधान कार्यकारी निदेशक रेलवे बोर्ड, राजीव गांधी कार्यकारी निदेशक आरआरबी, आदित्य कुमार सीपीओ प्रशासन, एसके सिंह आदि ने छात्रों से बातचीत की।
एनटीपीसी के अलावा कई परीक्षाओं को रेलवे ने लटकाया हुआ है। परीक्षा की समय सीमा पर ही अपनी शिकायत देनी है।
कई बिंदुओं पर गड़बड़ी की अफवाह फैली। रिजल्ट जारी करने से पहले सीबीटी वन और टू को लेकर प्रक्रिया साफ करनी चाहिए थी।
परीक्षा के दौरान नोटिफिकेशन जारी करना गलत था। अब सही प्लेटफार्म पर बात सुनी जा रही है। रिजल्ट संशोधित हो।