इस बार के विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव की पार्टी के उम्मीदवार सपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ रहे हैं। शिवपाल यादव ने भी जसवंतनगर विधानसभा से सपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया।
द न्यूज 15
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSPL) के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। दोनों दलों के बीच हुए गठबंधन से प्रसपा के कई नेताओं का टिकट कट गया है। टिकट कटने वाले नेताओं ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं। बगावती तेवर अपनाने वालों में शिवपाल की करीबी और अखिलेश सरकार में मंत्री रहीं शादाब फातिमा का नाम भी शामिल है।
दरअसल शादाब फातिमा जहूराबाद सीट से टिकट चाहती थीं लेकिन यह सीट सुभासपा के खाते में चली गई। अब यहां से सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर चुनाव लड़ेंगे। राजभर को टिकट मिलने के बाद वो निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रही हैं। इसी तरह प्रसपा के कई नेता भी निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि शादाब फातिमा ने साल 2012 में जहूराबाद से चुनाव लड़ा था और उन्होंने ओम प्रकाश राजभर को चुनाव हराया था। इसके बाद वो अखिलेश कैबिनेट में मंत्री भी रहीं लेकिन 2016 में अखिलेश और शिवपाल के बीच उपजे मतभेद के कारण फातिमा का टिकट काट दिया गया था। इस बार के विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव की पार्टी के उम्मीदवार सपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ रहे हैं। दरअसल पहले प्रसपा का चुनाव चिन्ह चाबी था, जिसे कुछ महीने पहले ही जब्त कर लिया गया था। इसलिए उनकी पार्टी ने साइकिल चुनाव चिन्ह पर ही उतरने का फैसला किया है। बीते दिनों शिवपाल यादव ने भी जसवंतनगर विधानसभा से सपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया।
बता दें कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने जिन जिन दलों के साथ गठबंधन किया है उनमें ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा, जयंत चौधरी की रालोद, संजय चौहान की जनवादी पार्टी, केशव मौर्य के महान दल, कृष्णा पटेल की अपना दल कमेरावादी, एनसीपी और टीएमसी भी शामिल है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं। 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होगा। चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी, छठे चरण का मतदान 3 मार्च और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च का होगा। 10 मार्च को मतगणना होगी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSPL) के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। दोनों दलों के बीच हुए गठबंधन से प्रसपा के कई नेताओं का टिकट कट गया है। टिकट कटने वाले नेताओं ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं। बगावती तेवर अपनाने वालों में शिवपाल की करीबी और अखिलेश सरकार में मंत्री रहीं शादाब फातिमा का नाम भी शामिल है।
दरअसल शादाब फातिमा जहूराबाद सीट से टिकट चाहती थीं लेकिन यह सीट सुभासपा के खाते में चली गई। अब यहां से सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर चुनाव लड़ेंगे। राजभर को टिकट मिलने के बाद वो निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रही हैं। इसी तरह प्रसपा के कई नेता भी निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि शादाब फातिमा ने साल 2012 में जहूराबाद से चुनाव लड़ा था और उन्होंने ओम प्रकाश राजभर को चुनाव हराया था। इसके बाद वो अखिलेश कैबिनेट में मंत्री भी रहीं लेकिन 2016 में अखिलेश और शिवपाल के बीच उपजे मतभेद के कारण फातिमा का टिकट काट दिया गया था। इस बार के विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव की पार्टी के उम्मीदवार सपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ रहे हैं। दरअसल पहले प्रसपा का चुनाव चिन्ह चाबी था, जिसे कुछ महीने पहले ही जब्त कर लिया गया था। इसलिए उनकी पार्टी ने साइकिल चुनाव चिन्ह पर ही उतरने का फैसला किया है। बीते दिनों शिवपाल यादव ने भी जसवंतनगर विधानसभा से सपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया।
बता दें कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने जिन जिन दलों के साथ गठबंधन किया है उनमें ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा, जयंत चौधरी की रालोद, संजय चौहान की जनवादी पार्टी, केशव मौर्य के महान दल, कृष्णा पटेल की अपना दल कमेरावादी, एनसीपी और टीएमसी भी शामिल है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं। 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होगा। चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी, छठे चरण का मतदान 3 मार्च और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च का होगा। 10 मार्च को मतगणना होगी।