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अब बिहार में सम्राट अशोक को भुनाने की तैयारी में भाजपा, जयंती समारोह के बहाने दस जिलों में निकाली जा रही है रथयात्रा  

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चरण सिंह राजपूत
नई दिल्ली/पटना। राजनीति में अयोध्या के राजा राम को भुनाकर सत्ता को हथियाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने अब ओबीसी को रिझाने के लिए मगथ के चक्रवर्ती सम्राट अशोक को भुनाने की रणनीति बनाई है। दरअसल 8 अप्रैल को बीजेपी पटना के बापू सभागार में सम्राट अशोक की जयंती भव्य रूप से मनाने जा रही है। इस कार्यक्रम में बीजेपी के कई ओबीसी नेता आमंत्रित किये गए हैं। केंद्रीय मंत्री भूपेंद सिंह यादव और उत्तर प्रदेश के उप मुख़्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिरकत कर रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा 10 जिलों में रथ यात्रा भी निकाल रही है। सम्राट अशोक के बहाने भाजपा जहां बिहार के कुशवाहा  मतदाताओं को रिझाने की तैयारी में हैं वहीं देशभर के मौर्य, सैनी, यादय समेत दूसरे पिछर्ड वर्ग के लोगों पर डोरे डालने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसकी शुरुआत बिहार से हो चुकी है। बिहार में सफलता मिलने के बाद सम्राट अशोक पर देश के दूसरे राज्यों में भी इस तरह के कार्यक्रम किये जा सकते हैं। वैसे भी भाजपा को सवर्णों की पार्टी माना जाता है।

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने ओबीसी पर विशेष दिया है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव हारने के बाद भी केशव प्रसाद मौर्य को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। दरअसल सम्राट अशोक के बारे में लोगों का मानना है कि उन्होंने 268 ईसा पूर्व और 232 ईसा पूर्व के बीच भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकतर भागों पर राज किया था। हालांकि अशोक की जयंती पर इतिहासकारों का अलग-अलग मत है। समारोह के समन्वयक रत्नेश कुशवाहा ने मीडिया को जानकारी दी है बिहार के 10 जिलों में सम्राट अशोक के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए रथ यात्रा निकाली जा रही है। बाकायदा “बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने रथों को झंडी दिखाकर रवाना कर दिया है। रत्नेश कुशवाहा के अनुसार जिन जिलों में रथ यात्रा निकाली जाएगी वे नालंदा, वैशाली, समस्तीपुर, गया, औरंगाबाद, नवादा, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण हैं। दरअसल बिहार के इन जिलों में ओबीसी विशेष रूप से कुशवाहा समाज की बड़ी आबादी रहती है। कुशवाहा समाज को रिझाने के लिए ही भाजपा अशोक जयंती मना रही है। बीजेपी अशोक को प्राचीन भारत के ‘राष्ट्रीय नायक’ के रूप में प्रदर्शित कर उनके बारे में जानकारी देने के लिए लोगों के बीच पर्चे भी बांटने की तैयारी कर रही है। वैसे भी भाजपा के पास कुशवाहा नेताओं की एक बड़ी फौज है।

दरअसल मौर्य राजवंश के चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने अखण्ड भारत पर राज्य किया है। यह माना जाता है कि सम्राट ने अपने युद्धकौशल के बल पर मौर्य साम्राज्य को उत्तर में हिन्दुकुश, तक्षशिला की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी, सुवर्णगिरी पहाड़ी के दक्षिण तथा मैसूर तक तथा पूर्व में बांग्लादेश, पाटलीपुत्र से पश्चिम में अफ़गानिस्तान, ईरान, बलूचिस्तान तक फैला दिया था। यह माना जाता है कि सम्राट अशोक का साम्राज्य आज का सम्पूर्ण भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यान्मार के अधिकांश भूभाग पर था। देश के सभी राजाओं से बड़ा साम्राज्य साम्राज्य अशोक का माना जाता है। चक्रवर्ती सम्राट अशोक को दुनिया के सभी महान एवं शक्तिशाली सम्राटों एवं राजाओं की पंक्तियों में शीर्ष स्थान पर रखा जाता है। सम्राट अशोक को को न केवल कुशल प्रशासक बल्कि बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए भी जाना जाता है।