
भले ही पहलगाम के आतंकी अभी पकड़े न गए हों, मारे गए न हों, भले ही अभी पाकिस्तान को सबक सिखाया न गया हो पर इतना तो तय है कि इस बार भारत ऐसा कुछ करने की तैयारी में जिससे पाकिस्तान फिर कभी भारत में आतंकी हमले को अंजाम न दे पाए। इसमें आतंकी शिविरों को तहस नहस करने के साथ ही आतंकवाद की जड़ों को ही उखाड़ फेंका जा सकता है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बदले में जो युद्ध होगा उस्मने सबसे बड़े निशाने पर पाक सेना के चीफ जनरल असीम मुनीर होंगे। मुनीर या तो विदेश भागेंगे या फिर मारे जाएंगे।
दरअसल असीम मुनीर पर खतरे के कई कारण हैं। पाक के चारों मोर्चों पर घिरे होने के बावजूद मुनीर ने भारत के साथ यह घिनौना कराया। जानकारी मिल रही रही है कि आईएसआई के अफसरों ने भी असीम मुनीर से ऐसा न करने को कहा था पर असीम मुनीर नहीं माना। ऐसे में पाकिस्तान की सरकार और जनता दोनों ही मानकर चल रहे हैं कि जब पाकिस्तान अपनी ही समस्याओं से लड़ रहा है तो मुनीर ने यह आफत मोल ले ली।