चरण सिंह
भले ही पहलगाम के आतंकी अभी पकड़े न गए हों, मारे गए न हों, भले ही अभी पाकिस्तान को सबक सिखाया न गया हो पर इतना तो तय है कि इस बार भारत ऐसा कुछ करने की तैयारी में जिससे पाकिस्तान फिर कभी भारत में आतंकी हमले को अंजाम न दे पाए। इसमें आतंकी शिविरों को तहस नहस करने के साथ ही आतंकवाद की जड़ों को ही उखाड़ फेंका जा सकता है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बदले में जो युद्ध होगा उस्मने सबसे बड़े निशाने पर पाक सेना के चीफ जनरल असीम मुनीर होंगे। मुनीर या तो विदेश भागेंगे या फिर मारे जाएंगे।
दरअसल असीम मुनीर पर खतरे के कई कारण हैं। पाक के चारों मोर्चों पर घिरे होने के बावजूद मुनीर ने भारत के साथ यह घिनौना कराया। जानकारी मिल रही रही है कि आईएसआई के अफसरों ने भी असीम मुनीर से ऐसा न करने को कहा था पर असीम मुनीर नहीं माना। ऐसे में पाकिस्तान की सरकार और जनता दोनों ही मानकर चल रहे हैं कि जब पाकिस्तान अपनी ही समस्याओं से लड़ रहा है तो मुनीर ने यह आफत मोल ले ली।
ऐसे में असीम मुनीर ने उसे बुरी तरह से फंसा दिया है। एक ओर महंगाई और भुखमरी तो दूसरी ओर अफगानिस्तान की ओर से खतरा। साथ ही बलूच लगातार पाकिस्तान को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान की जनता असीम मुनीर के खिलाफ खुलकर बोलने लगी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग उठने लगी है। ऐसे में यदि भारत पाकिस्तान पर हमला करता है तो सबसे बड़ा खतरा असीम मुनीर के लिए है। भारत भी असीम मुनीर को सबक सिखाना चाहता है।
ऐसे में भूखी मर रही पाकिस्तान की जनता सेना के खिलाफ बगावत कर सकती है। यदि पाकिस्तान में मध्यवर्ती चुनाव होते हैं तो इमरान खान फिर से सत्ता में लौट सकते हैं। वैसे भी इमरान खान धीरे-धीरे पाकिस्तान को सेना के कब्जे से बाहर निकाल रहे थे। दरअसल पाकिस्तान में जनता का हक़ तो सेना मार रही है। किसानों के पास भले ही जमीन न हो पर सेना के अधिकारियों को तो जमीन मिल ही जाती है। सेना के अफसरों के बच्चे विदेश में पढ़ते हैं। गत दिनों एक रिपोर्ट आई थी कि विदेश में जो बच्चे पढ़ते हैं। उनमें सबसे अधिक खर्चा पाकिस्तान के अफसरों के बच्चे करते हैं।
पाकिस्तान की जनता को इस बात की टीस है कि वे लोग भूखे मर रहे हैं और सेना के अफसर अय्याशी कर रहे हैं। इस बार बलूच भी अलग प्रांत बनाने की फ़िराक में हैं। ऐसे में पाकिस्तान के नेता और जनता दोनों ही सेना के अफसरों से कहीं न कहीं ईष्या रखते हैं। यदि युद्ध छिड़ता है तो पाकिस्तान में बहुत कुछ बदल सकता है। सबसे बड़ी गाज असीम मुनीर पर ही पड़ेगी। असीम मुनीर या तो विदेश भागेगा या फिर मारा जाएगा।