ग्रेटर नोएडा । गैर कानूनी तरीके से नौकरी से निकाले जाने के विरोध में शांतिपूर्ण चल रहे धरना पर बैठे मजदूरों व सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा के ऊपर मैसर्स- मानिताऊ इक्यूपमेंट इण्डिया प्रा०लि०, प्लाट नं०-22 उधोग विहार, ग्रेटर नोएडा के प्रबंधन, ठेकेदार और बाहरी गुंडो ने लाठी डंडों से हमला कर दिया। जिसमें मजदूर नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा बुरी तरह चोटिल हो गए। जैसे ही हमले की सूचना कर्मचारियों को मिली वैसे ही सभी कर्मचारी काम छोड़ कर कारखाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए और कंपनी के बाहर गेट पर नौकरी से निकाले गए श्रमिक व सीटू के कार्यकर्ताओं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। मजदूरों के आंदोलन का किसान सभा व जनवादी महिला समिति व अन्य ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ताओं ने समर्थन में हिस्सा लिया। कंपनी को चलाने के लिए श्रम विभाग व पुलिस के अधिकारी कई दिन से प्रयास कर रहे थे और कल देर शाम तक चली वार्ता में एडिशनल लेबर कमिश्नर, डीसीपी,एसीपी व नगर मजिस्ट्रेट की मध्यस्थता में समझौता संपन्न होने के उपरान्त आज 12 जनवरी 2024 को 9:00 बजे से कंपनी में विधिवत उत्पादन कार्य शुरू हो गया। समझौते में पूर्व में निकाले गए दो कर्मचारियों को 31 जनवरी से कार्य पर लेने और 03 जनवरी 2024 को नौकरी से निकले गए संविदा कर्मचारियों पर 15 जनवरी को वार्ता कर निर्णय लिया जाएगा।
सीटू जिला महासचिव रामसागर ने जानकारी देते हुए बताया, कि यह समझौता सिर्फ कंपनी को चालू करने के सवाल पर किया गया है क्योंकि लंबे समय तक कंपनी का बंद रहना किसी के भी पक्ष में नहीं था और यह कर्मचारियों के एकताबद्ध संघर्ष की जीत है, लेकिन 4 जनवरी 2024 की घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होने तक हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा और 17 जनवरी 2024 को जिलाधिकारी गौतम बुध नगर कार्यालय सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा पर बड़ा प्रदर्शन कर पुनः प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जायेगा। क्योंकि 6 जनवरी 2024 को पुलिस आयुक्त कार्यालय सूरजपुर पर प्रदर्शन किया गया। उक्त संयुक्त प्रदर्शन के दौरान पुलिस के अधिकारियों द्वारा दोषियों पर दर्ज केस में धाराएं बढ़ाकर कार्रवाई करने और घटना के समय मौजूद पुलिस कर्मियों को भी दंडित करने का आश्वासन दिया गया था उक्त पर अभी तक क्या कार्यवाही हुई है, से अवगत नही कराया गया है।
जिस पर 11 जनवरी को सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य कमेटी के आह्वान पर गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, दिल्ली में कई जगह विरोध प्रदर्शन किए गए वहीं कानपुर में केंद्रीय ट्रेड यूनियन का संयुक्त मंच कानपुर द्वारा उक्त घटना पर कार्रवाई की मांग को लेकर माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन दिया गया, इसी तरह फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, करनाल आदि अनेकों स्थानों पर विरोध प्रदर्शन कर नोएडा के कामगारों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने से मजदूरों किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है जो बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है। जिस पर आज संयुक्त बैठक हुई। जिसमें ही उपरोक्त निर्णय सर्वसम्मति लिया गया है। बैठक में इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, ऐक्टू, यूटीयूसी, टीयूसीआई, एलपीएफ, यूपीएलएफ, एसटीएफ, एकेएस, जेएमएम के साथी उपस्थित रहे।