मोतीहारी- शनिवार को NIA ने छापेमारी कर 8 लोगो को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिये गए आरोपियों से पूछताछ करने के बाद उन्हें पटना ले जाने की सूचना मिलीं है। हालांकि, बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने 3 लोगों को एनआईए द्वारा उठाए जाने पुष्टि की है। इनको बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. दरसअल पीएफआई (PFI) के ट्रेनर उस्मान ने फेसबुक पर कुछ दिन पहले एक पोस्च शेयर कर राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई थी। आपोपी ने वीडियो जारी कर कहा था कि अयोध्या में अगर बाबरी मस्जिद नहीं है तो श्री राम मंदिर भी नहीं होने देंगे। इसके बाद ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया बताया जा रहा कि पीएफआई सरगना रियाज मारूफ को भी हिरासत में लेने की सूचना मिली है। अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर को उड़ाने के लिए सोशल मीडिया से मीटिंग करने के बाद कार्रवाई हुई है. 31 जनवरी को नेपाल के जनकपुर धाम के गंडकी नदी से चले शालिग्राम पत्थर को पूर्वी चंपारण के रास्ते अयोध्या ले जाया गया था.
इधर मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा (Kantesh Kumar Mishra) ने बताया कि पटना और रांची NIA की टीम ने जिला पुलिस के सहयोग से चकिया में छापेमारी की है. NIA तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. NIA ने जिला पुलिस से सहयोग मांगा था. किस मामले में छापेमारी हुई है. उसका कारण बताना मुश्किल है. पटना के फुलवारीशरीफ वाले मामले में चकिया का रियाज भी नामजद है और वह एनआईए के गिरफ्त से बाहर है. रियाज भी चकिया के कुअवां का रहने वाला है.