सीतामढ़ी । बिहार के सीतामढ़ी में नेपाली नागरिक इदरीस बैठा को फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अपने सौतेले भाई की जमीन बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इदरीस ने भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सीतामढ़ी जिले में अपने सौतेले भाई लालाबाबू बैठा और रफीक बैठा की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच दिया था।
दरअसल, भारत और नेपाल के बीच खुली सीमा होने के कारण दोनों देशों के नागरिकों के बीच घनिष्ठ संबंध हैं और अक्सर सीमा पार से विवाह और पारिवारिक संबंध भी देखने को मिलते हैं। इसका फायदा उठाकर इदरीस ने फर्जी तरीके से भारतीय पहचान पत्र बनवाए और अपने सौतेले भाइयों को अपना शिकार बनाया। पुलिस के अनुसार, इदरीस ने पहले फर्जी आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवाया। इसके बाद उसने इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करके अपने सौतेले भाइयों की जमीन अपने नाम करवा ली और उसे बेचकर फरार हो गया। मामले का खुलासा होने पर पीड़ित पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
एसपी के निर्देश पर पुलिस ने इदरीस के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। काफी समय से फरार चल रहे इदरीस को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में इदरीस के अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है, जिनमें उसके भाई कुदरुस बैठा, शकुर बैठा, छोटन बैठा, बशीर बैठा और हसीना खातून शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि ये सभी आरोपी भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए अवैध गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। पुलिस सीमावर्ती इलाकों में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके अपराध को अंजाम दिया जाता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।