Naresh Goyal : मौत की भीख मांग रहा है सहारा एयरलाइंस को खरीदने वाला जेट एयरलाइंस का मालिक 

सुब्रत रॉय की तरह अंतिम दिन गर्दिश में काट रहा है नरेश गोयल  

 

चरण सिंह राजपूत

जेल से अस्पताल में जाने के लिए कोर्ट में गुहार लगाने वाले तो आपने बहुत देखे होंगे। पर क्या ऐसा भी कोई व्यक्ति देखा है जो जेल से अस्पताल न भेजने की गुहार अदालत में लगा रहा हो। जी हां जेट एयरलाइंस के मालिक रहे नरेश गोयल ने हाल ही में कोर्ट से गुहार लगाई है कि उन्हें जेल से अस्पताल न भेजकर उन्हें जेल में भी मरन के लिए छोड़ दिया जाए। दरअसल नरेश गोयल ने मुंबई कोर्ट में हाथ जोड़ते हुए कहा कि वह जीवन की हर उम्मीद खो चुके हैं और अपनी वर्तमान स्थिति में जीने से बेहतर होगा कि वह जेल में ही मर जाएं। गोयल ने कहा कि उनकी उम्र लगभग 75 साल हो चुकी है और उन्हें भविष्य से कोई उम्मीद नहीं है।

 


दरअसल सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय और जेट एयरवेज के चेयरमैन रहे नरेश गोयल की दास्तां एक जैसी ही है। सुब्रत राय ने भी शार्ट कट अपनाकर बुलंदी छुई और नरेश गोयल ने भी यही रास्ता अपनाया। सुब्रत राय ने सहारा एयरलाइंस शुरू की तो नरेश गोयल जेट एयरलाइंस की। देखने की बात यह है कि सहारा एयरलाइंस को टेकओवर करने वाले भी नरेश गोयल थे। निवेशकों से ठगी के आरोप में सुब्रत रॉय को भी दो साल जेल में बिताने पड़े थे और नरेश गोयल भी जिंदगी के अंतिम दिनों में मनी लांड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं। सुब्रत राय के अंतिम दिन बड़े संकट में बीते तो नरेश गोयल के भी अंतिम दिन संकट में बीत रहे हैं। सुब्रत राय के निधन पर उनके खुद के बेटे उन्हें कंधा देने नहीं आये थे और जैसे सुब्रत राय का निधन 75  साल में हुआ ऐसे ही 75 साल की उम्र में नरेश गोयल के दिन जेल में ही बीत रहे हैं और उनकी और उनकी कैंसर से पीड़ित पत्नी की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उनकी खुद की बेटी भी बीमार है।

 

शारीरिक और मानसिक स्थिति ठीक नहीं : गोयल

 

बताया जा रहा है कि नरेश गोयल ने कोर्ट में कहा है कि वह अपनी पत्नी अनीता को बहुत याद करते हैं, जो कैंसर की एडवांस स्टेज में हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत में रहते हुए नरेश गोयल वीडियो कॉन्फ्रेंस सुनवाई के माध्यम से जमानत के लिए मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत विशेष अदालत में पेश हुए। गोयल ने कहा कि उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

 

बिस्तर पर है गोयल की पत्नी

 

अदालत की रोजाना सुनवाई का रिकॉर्ड के अनुसार नरेश गोयल ने कोर्ट से व्यक्तिगत सुनवाई के लिए कुछ मिनट का समय देने का अनुरोध किया था। वह अपने पूरे शरीर और हाथों में लगातार कंपन के साथ अदालत के सामने आए। हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर ऐसी कांपती हालत में कोर्ट ने कहा कि उनका स्वास्थ्य बहुत खराब और अनिश्चित है। वह किसी को बता नहीं सकते क्योंकि उनकी पत्नी बिस्तर पर है और इकलौती बेटी भी है।

गोयल की दलील दर्ज

विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे ने दैनिक कार्यवाही की रिकॉर्डिंग में गोयल की दलील दर्ज की।न्यायाधीश ने कहा कि मैंने गोयल को धैर्यपूर्वक सुना और जब उन्होंने अपनी बात रखी तो उस पर ध्यान भी दिया। मैंने पाया कि उनका पूरा शरीर कांप रहा था। उन्हें खड़े होने के लिए भी मदद की जरूरत है। उन्होंने बताया कि कैसे उसके घुटनों में सूजन और दर्द हो रहा है। वह दोनों पैरों को मोड़ने में असमर्थ है। सूजन के कारण उनके घुटनों में भारी दर्द है।

अदालती कार्यवाही के मुताबिक, गोयल ने आगे कहा कि उन्हें बार-बार पेशाब करने के लिए वॉशरूम जाना पड़ता है। आजकल उन्हें पेशाब करते समय बहुत तेज दर्द होता है और कभी-कभी पेशाब के रास्ते खून भी आता है और साथ में असहनीय दर्द भी होता है. उन्होंने आगे कहा कि वह बहुत कमजोर हो गए हैं और उन्हें जे.जे. हॉस्पिटल रेफर करने का कोई फायदा नहीं है. आर्थर रोड जेल से जे.जे. तक की यात्रा के रूप में अस्पताल बहुत परेशानी भरा, व्यस्त और थकाऊ है जिसे वह सहन नहीं कर सकते हैं। सुब्रत राय और नरेश गोयल के अंतिम दिन जिस तरह इस तरह से कष्ट में बीत रहे हैं। उसके अनुसार कहा जा सकता है कि गलत तरह से संपत्ति अर्जित करने वालों का क्या हाल यही होता है।

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