मुजफ्फरपुर। बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ (ऐक्टू) का चौथा जिला सम्मेलन आज मुखर्जी सेमिनरी इंटर स्तरीय विद्यालय, मुजफ्फरपुर में संपन्न हुआ। सम्मेलन में जिले के 13 प्रखंडों से रसोईयों ने भाग लिया।
भाकपा माले केंद्रीय कमिटी सदस्य एवं बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ की राज्य महासचिव कॉ. सरोज चौबे ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें पूंजीपतियों के पक्ष में काम कर रही हैं, सार्वजनिक संपत्तियां बेच रही हैं और निजीकरण को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने महंगाई, सांप्रदायिकता और मजदूरों के शोषण पर चिंता व्यक्त करते हुए संगठित संघर्ष की आवश्यकता पर जोर दिया।
ऐक्टू के जिला सचिव मनोज कुमार यादव ने रसोईयों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा और उचित मानदेय दिलाने के लिए लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया। जिला सचिव परशुराम पाठक ने कहा कि सभी प्रखंडों में संगठन मजबूत किया जाएगा और मानदेय की समय पर भुगतान की लड़ाई को बुलंद किया जाएगा।
अन्य वक्ताओं में भाकपा माले नेता आफताब आलम, ऐपवा नेता रानी प्रसाद, और अन्य संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। उन्होंने रसोईयों की समस्याओं जैसे समय पर मानदेय न मिलना और 6 महीने के बकाए भुगतान की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
सम्मेलन के प्रमुख निर्णय
सम्मेलन में 31 सदस्यों की नई जिला कमिटी का गठन हुआ। लीला देवी को अध्यक्ष और परशुराम पाठक को सचिव चुना गया। सह सचिव के रूप में संजय कुमार दास, अयोधी लालदेव, लक्ष्मणेश्वर सहनी, अनीता देवी, और सरिता देवी को चुना गया। उपाध्यक्ष पद पर महाकांत झा, शंभू प्रसाद, पदधारी मंडल, नीलू देवी, रिंकू कुमारी और सुधा सिंह को चुना गया।
सम्मेलन की शुरुआत सरोज चौबे के नेतृत्व में निकाले गए एक जुलूस से हुई। अध्यक्ष मंडल में 7 सदस्यों ने कार्यक्रम का संचालन किया। सम्मेलन का समापन नारेबाजी और जोशीले अंदाज में हुआ।